देहरादून (ब्यूरो) इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि वन यूनिवर्सिटी-वन रिसर्च पर आधारित यह शोध राज्य के विकास और नागरिकों के जीवन उन्नयन के लिए उपयोगी साबित हो। विश्वविद्यालय एक वर्ष तक अपने गहन शोध के माध्यम से अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जो राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। विश्वविद्यालय अपनी विशेषज्ञता के अनुसार अपने शोध के विषय चयन करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों के शोध एवं अनुसंधान का लाभ व्यक्तियों को मिले तभी इसकी सार्थकता होगी। उन्होंने कुलपतियों को निर्देश दिए कि डिजिटलीकरण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीकी का उपयोग करते हुए विश्वविद्यालयों में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करें। प्रत्येक कार्यप्रणाली में तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग किया जाए। उन्होंने नई तकनीकों पर आधारित विश्वविद्यालयों की बेस्ट प्रैक्टिस आपस में साझा करने पर भी बल दिया।

ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में शिक्षकों व शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित करने को बेस्ट टीचर व बेस्ट रिसर्चर अवार्ड शुरू करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इससे शिक्षक व शोधार्थी प्रेरित होंगे और वे अधिक ऊर्जा के साथ कार्य करेंगे। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में ई-लाइब्रेरी स्थापित करने को कुलपतियों को निर्देशित किया। राज्यपाल ने वीर माधो ङ्क्षसह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) की ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन भी किया। इस ई-लाइब्रेरी में 7.24 लाख पाठ्यसामग्री उपलब्ध हैं। इसमें एक हजार से अधिक विश्वविद्यालयों के ई-शोध पत्र, एक लाख से अधिक वीडियो लेक्चर और 19 हजार से अधिक ई-बुक्स उपलब्ध रहेंगी।

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