-7 माह पहले हुआ था बैडमिंटन हॉल का इनॉग्रेशन

-तब से लेकर अब तक हाल पर नहीं खुल पाया ताला

देहरादून,

ऐसे में ओलंपिक में कैसे मेडल आ पाएंगे। इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर दिया गया है। लेकिन प्लेयर्स के लिए 7 महीने से बैडमिंटन हाल तक नहीं खोला गया। बात हो रही है प्रेमनगर के कैंट बोर्ड क्षेत्र में बने बैडमिंटन हॉल की। दरअसल, लंबे समय से चली आ रही मांग के बीच लाखों की कीमत से बैडमिंटन हाल तैयार कर इनॉग्रेशन भी कर दिया। लेकिन खिलाडि़यों के अब तक नहीं खोला जा सका है। कैंट बोर्ड इसके लिए कोरोनाकाल का बहाना बता रहा है।

प्लेयर्स में लगातार नाराजगी

प्रेमनगर में दशहरा ग्राउंड के समीप बना इंडोर बैडमिंटन हाल पिछले सात महीनों से शोपीस बनकर रह गया है। हाल का इनॉग्रेशन बड़ी उम्मीदों व खिलाडि़यों के भविष्य को लेकर किया गया। दावे भी किए गए। लेकिन अभी तक इस इंडोर बैडमिंटन हॉल पर ताला लगा हुआ है। जिससे खिलाडि़यों में खासा आक्रोश है। प्लेयर्स अब तक पुराने ग्राउंड में खेलने के लिए जाने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों व प्लेयर्स का कहना है कि स्पो‌र्ट्स एक्टिविटीज को बढ़ावा देने के लिए विधायक निधि से दशहरा ग्राउंड के पास इंडोर बैडमिंटन हॉल का निर्माण किया गया। जिसके संचालन की जिम्मेदारी कैंट बोर्ड के जिम्मे सौंपी गई। बोर्ड बजट की कमी के कारण पीपी मोड में संचालित करना चाह रहा था। इसके लिए बोर्ड ने दो बार टेंडर भी आमंत्रित कर दिए हैं। लेकिन, हाल के संचालन के लिए कोई तैयार नहीं हो रहा है। ऐसे में अब कैंट बोर्ड खुद ही संचालन करने की बात कह रहा है। फिलहाल, कब बैडमिंटन हाल का संचालन हो पाएगा। सबकी नजरें टिकी हुई हैं। लेकिन, लगातार हो रही लेट-लतीफी को लेकर खिलाडि़यों में नाराजगी बढ़ते जा रही हैं। खिलाडि़यों का कहना है कि जब हाल का संचालन ही नहीं हो पा रहा है तो निर्माण क्यों किया गया। प्रेमनगर स्थित बैडमिंटन हॉल का इनॉग्रेशन फरवरी में तत्कालीन सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया था।

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जब बैडमिंटन हॉल का इनॉग्रेशन हुआ था। तब एक उम्मीद जगी थी कि कम पैसे में यहां प्लेयर्स को खेलने का मौका मिलेगा। आलम यह है कि इनॉग्रेशन तो हुआ लेकिन अब तक हॉल खुला ही नहीं।

-मोहित ग्रोवर, स्थानीय निवासी।

बैंडमिंटन हॉल बन जाने के बाद से यहां के प्लेयर्स काफी खुश थे। खिलाडि़यों को पहले काफी दूर तक प्रैक्टिस के लिए जाना पड़ता था। लेकिन, बैडमिंटन हॉल का इनॉग्रेशन कर मानो खिलाडि़यों को सपना दिखाने जैसे महसूस किया जा रहा है।

राहुल तलवार, प्लेयर

प्रेमनगर में कोई भी बैडमिंटन हॉल नहीं है। जिस कारण प्लेयर्स को खेलने के लिए बल्लुपुर चौक या फिर परेड ग्राउंड तक जाना पड़ता था। अब हॉल का निर्माण तो कर दिया गया है। लेकिन प्लेयर्स के लिए अब तक हॉल नहीं खुल पाया है।

-तनवी, प्लेयर

यहां केवल खानापूर्ति के लिए काम हो रहे हैं। जबकि, इनॉग्रेशन के बाद भी हॉल का न खुलना क्षेत्रवासियों के साथ मजाक जैसा लग रहा है। बैंडमिंटन हॉल को प्लेयर के लिए खोला जाना चाहिए।

-पुनीत अरोड़ा, प्लेयर

लॉकडाउन की वजह से बैडमिंटन हाल का संचालन संभव नहीं था। अब संचालन के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। बहुत जल्द बैडमिंटन हॉल खोल दिया जाएगा।

-तनु जैन , सीईओ, कैंट बोर्ड