वाड्रा की लैंड डील्स को रद्द किया था वाड्रा ने

अशोक खेमका ने रॉबर्ट वाड्रा द्वारा हरियाणा में किए गए जमीन सौदों की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए इन्हें रद्द कर दिया था. इसके बाद हरियाणा सरकार ने हाल ही में उनके खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. दरअसल एक आरटीआई ऐक्टिविस्ट ने उनके ऊपर करप्शन के आरोप लगाए थे. हरियाणा सरकार ने इन्हीं आरोपों के आधार पर यह कदम उठाया था. खेमका ने अक्टूबर 2012 में रॉबर्ट वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी और डीएलएफ यूनिवर्सल के बीच हुई डील को रद्द कर दिया था. हरियाणा सरकार ने वाड्रा और डीएलएफ के बीच हुए इस सौदे को रद्द करने पर भी खेमका के खिलाफ चार्जशीट तैयार की थी. आरोप था कि खेमका ने अपने अथॉरिटी से बाहर जाकर इस डील को रद्द करवाया. खेमका हमेशा से ही कहते रहे हैं कि हरियाणा सरकार वाड्रा-डीएलएफ डील में उनके द्वारा कई गई कार्रवाई की वजह से उन्हें परेशान कर रही है.

20 साल में 49 बार हुआ ट्रांसफर!

करप्शन के खिलाफ आवाज उठाने वाले खेमका का उनके 20 साल के करियर में अब तक 49 बार तबादला हो चुका है. अब बीजेपी सरकार आने के बाद कैबिनेट सेक्रेटरी ने पीएमओ को खेमका के हरियाणा सरकार से केंद्र सरकार में ट्रांसफर के लिए रेकमेंड किया है. अब प्रधानमंत्री कार्यालय ने खेमका को केंद्र में जगह देने पर अपनी रजामंदी दे दी है.

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