मजिस्ट्रेट जांच का आदेश

गौरतलब है कि शनिवार को केजरीवाल ने आनंद पर्वत इलाके में एक हमले में जान गंवाने वाली मीनाक्षी के परिजनों को पांच लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की थी और मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया था। दरअसल 19 साल की मीनाक्षी की गुरुवार को एक व्यक्ति और उसके भाई ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी। केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बदतर हो रही है। दिल्ली पुलिस प्रधानमंत्री के अधीन आती है या तो उन्हें कुछ करना चाहिए या दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार को सौंप दिया जाना चाहिए।

इस्तीफे की मांग पर अड़े

इस मुद्दे पर आज आप की युवा मोर्चा इकाई के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के सामने प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी। हंगामा करते प्रदर्शनकारी दिल्ली पुलिस कमिश्नर के इस्तीफे की मांग पर अड़े थे। इसके अलावा वे दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार के अधीन करने की भी मांग कर रहे थे। पुलिस ने पहले तो इन्हें रोकने के लिए बैरिकेटिंग का इस्तेमाल किया। जब इससे भी प्रदर्शनकारी नहीं माने तब वहां वाटर कैननर का इस्तेमाल किया गयाउधर दिल्ली महिला आयोग की नई प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा है कि वे इस मामले को उपराज्यपाल के समक्ष उठाएंगी। उनका कहना है कि वह जल्द ही मामले में एलजी से मुलाकात करेंगी।

भाजपा व कांग्रेस का हमला

मीनाक्षी हत्याकांड मामले में जहां आप दिल्ली पुलिस कमिश्नर को घेरने में लगी है वहीं भाजपा और कांग्रेस ने आप पर तीखा हमला बोला है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने इस मामले में दिल्ली पुलिस का समर्थन करते हुए कहा कि पुलिस ने सही काम किया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं उन्हें खुद को दिल्ली तक ही सीमित रखना चाहिए। इतना ही नहीं उपाध्याय ने कहा कि केजरीवाल को मुख्यमंत्री की तरह बर्ताव करना चाहिए और सीएम की मर्यादा में रहकर ही बोलना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेने पर उपाध्याय ने कहा कि केजरीवाल को बार-बार मोदी जी का नाम लेने की जरूरत नहीं है।

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