लखनऊ (आईएएनएस)। केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे मिक्सोथेरेपी कानून के विरोध में आज शुक्रवार को देश के अलग-अलग राज्यों में निजी अस्पताल और नर्सिंग होम हड़ताल कर रहे हैं। इससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। हालांकि उत्तर प्रदेश में निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम में ओपीडी सेवाएं 'मिक्सोथेरेपी' के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल के आह्वान में काफी हद तक अप्रभावित रहीं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने कहा कि वे एक घंटे के लिए सांकेतिक हड़ताल करेंगे, लेकिन अगर सरकार ने इसकी अधिसूचना वापस नहीं ली, तो वे विरोध के 'अधिक गंभीर' रूप पर विचार करेंगे।

रोगियों के जीवन के साथ खिलवाड़ होगा

एक निजी नर्सिंग होम के मालिक डाॅक्टर एसके सिंह ने कहा कि मिक्सोथेरेपी के तहत आयुर्वेदिक डिग्री धारी चिकित्सकों को ऑपरेशन करने की अनुमति देना काफी खतरनाक है। यह रोगियों के जीवन के साथ खिलवाड़ होगा। सर्जन योग्य होने के साथ ही सर्जिकल प्रक्रिया करने के लिए पर्याप्त अनुभव रखते हैं। इसके लिए साधारण प्रशिक्षण इसके लिए पर्याप्त नही हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा का विशेषज्ञ किस तरह ऑपरेशन जैसे जोखिम भरे काम कर सकेगा। उन्होंने कहा कि यदि यह व्यवस्था लागू हो गई तो मरीजों की जान खतरे में पड़ेगी। इस कानून को जनहित में वापस लेना होगा।

इन अस्पतालाें के डाॅक्टर ने दिया समर्थन

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (LNJP) सहित दिल्ली के कई सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) द्वारा दिए गए विरोध प्रदर्शन को समर्थन दिया। वे अपने वर्किंग टाइम में काले रिबन पहने रहेंगे। आईएमए केंद्र के इस कदम का विरोध कर रहा है, जिसमें आयुर्वेदिक डॉक्टरों को सर्जरी करने की परमीशन दी जा रही है।

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