फिजीशियन डॉ. कुणाल सहाय कहते हैं कि, ‘ समर सीजन की तरह मॉनसून सीजन में भी डिहाइड्रेशन को लेकर अलर्ट रहना चाहिए क्योंकि इस मौसम में भी तेजी से फ्ल्यूड लॉस होता है.’

Why we need water?

पानी बॉडी टेम्प्रेचर को रेग्युलेट करता है और न्यूट्रिएंट्स को बॉडी आर्गन्स तक पहुंचाता है. पानी सेल्स को ऑक्सीजन प्रोवाइड कराता है, वेस्टेज को बाहर निकालता है.

Signs of dehydration

फिजीशियन डॉ. मृदुल भूषण डिहाइड्रेशन के कुछ सिम्पटम्स बताते हैं...

  • तेज फीवर, उल्टी और लूस मोशन
  • पेट में अकडऩ, खांसी, जुकाम और सुस्ती होना
  • गले में चुभन, हाथ-पैर ढीले होना सिर दर्द, जी मिचलाना, चक्कर आना और खबराहट होना. यदि ऐसा हो रहा है तो समझ जाएं कि आप डिहाइड्रेट हो रहे हैं.
  • आपके यूरिन के स्ट्रांग ऑडर और उसका यलो कलर बताता है कि आपने सफिशिएंट पानी नहीं पीया है.

Complications arising out of dehydration

डिहाइड्रेशन बहुत ज्यादा हो जाए तो यह पूरे बॉडी सिस्टम को डैमेज कर सकता है. डिहाइड्रेशन की वजह से किडनी भी फेल हो सकती है. ब्रेन तक ब्लड सप्लाई कम हो जाती है तो कोमा में जाने की कंडीशन बन जाती है. डिहाइड्रेशन की वजह से बॉडी के पाट्र्स को ब्लड और ऑक्सीजन मिलना बंद हो जाता है, इस वजह से सेल्स और ऑर्गन्स का फंक्शन भी रुक जाता है.

How much you need to drink?

हर किसी के लिए पानी की जरूरत उसके वेट और नेचर ऑफ वर्क के अकॉर्डिंग होती है. फिर भी अगर आप ऑफिस वर्क करते हैं तो आठ घंटे में करीब डेढ़ लीटर पानी जरूर पीना चाहिए. बॉडी के लिए जरूरी पानी का 20 परसेंट हिस्सा आपके फूड के जरिए जबकि 80 परसेंट ड्रिक के थ्रू आना चाहिए.प्यास बुझाने के लिए पानी बेस्ट च्वॉइस है.

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