-बड़ा सवाल आखिर पटना पुलिस लाइन में कौन पी रहा है शराब

PATNA: राजधानी में एक तरफ पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है तो वहीं दूसरी ओर जहां शासन और प्रशासन की तैयारियों की पोल खुल गई है। इसके साथ ही शराबबंदी का सच भी सामने आने लगा है। राजधानी के नाले से जगह-जगह शराब की बोतले निकल रही है। हैरानी की बात ये है कि पटना पुलिस लाइन से शराब की बोतले मिल रही है। शराब की बोतल की फोटो जैसे ही वायरल हुआ हड़कंप मच गया। कचरा के ढेर और बेकार पड़े वाहनों में शराब की खाली बोतलें देखने को मिली। कहीं ना कहीं यह बिहार में जारी शराबबंदी की पोल खोल रही है, जो बारिश का पानी उतरने के बाद जगजाहिर हो रही है।

पुलिस लाइन में जमा था पानी

राजधानी में हुई मूसलधार बारिश के बाद पटना के 80 प्रतिशत इलाकों में बारिश का पानी जमा हो गया था। इसी दौरान पुलिस लाइन में भी बारिश का पानी घुटनों तक भर गया था। जैसे-जैसे पुलिस लाइन से बारिश का पानी निकलना शुरू हुआ वैसे-वैसे यहां मौजूद शराब की खाली बोतलें खराब पड़े जिप्सी और कचड़े पर नजर आने लगी।

आखिर कौन फेंक रहा बोतल

हैरानी की बात ये है कि राजधानी में पहले भी शराब की बोतले मिल चुकी है। पुलिस लाइन के कई पुलिसकर्मी शराब पीने के जुर्म में सस्पेंड हो चुके हैं। आला अधिकारियों द्वारा कई बार शराब को लेकर पुलिसकर्मियों द्वारा सख्त निर्देश दिया गया लेकिन इसके बाद भी पुलिस का रवैया नहीं बदल रहा है। पटना पुलिस लाइन से शराब की बोतलें मिलने के बाद बड़ा सवाल ये है आखिर जब पुलिस शराब नहीं पी रही है तो भारी मात्रा में शराब की बोतलें कहां से आ रही है।

बिहार में शराबंदी का सच

अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि शराबबंदी क़ानून लागू करने में लापरवाही के आरोप में, उसे तोड़ने और अवैध शराब व्यापार को संरक्षण देने के आरोप में अभी तक पुरे बिहार में 430 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है।

जिन पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की गई है, उनमें से 56 पुलिसकर्मियों पर आरोप इतने गंभीर हैं कि वे नौकरी से बर्खास्त किए जा चुके हैं। जिन 213 के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है, उनमें 26 सब इंस्पेक्टरों के ख़िलाफ़ इस तरह की कार्रवाई हुई है कि अगले 10 साल तक वे थानाध्यक्ष नहीं बन पाएंगे।

पहले भी मिल चुकी है शराब की बोतलें

शराबबंदी के बाद दूसरी बार पुलिस लाइन में शराब की खाली बोतलें मिली है। इससे पहले भी पटना पुलिस लाइन में शराब की खाली बोतलें बरामद की गई थी। उस समय सफाई देते हुए पुलिस अफसरों ने बताया कि शराब की खाली बोतलें कहीं बाहर से पुलिस लाइन में फेंकी गई थी। लेकिन इस बार की तस्वीरें साफ बयां करती है कि पुलिस लाइन में पड़ी ये शराब की खाली बोतलें बाहर से नहीं फेंकी गई हैं। जैसे-जैसे पानी कम हुआ वैसे-वैसे छुपा कर रखी गई बोतलें तैरकर कचरा प्वाइंट और वषरें से खराब पड़ी जिप्सी के सीट पर चढ़ बैठी।