-मामला एसटीईटी के रिजल्ट में गड़बड़ी का,

-आइसा-इनौस के आह्वान पर पटना में जुटे सैकड़ों कैंडिडेट

PATNA: शुक्रवार को एक बार फिर से एसटीइटी के रिजल्ट का मामला पूरे प्रदेश में गुंजा। पटना समेत भोजपुर गया और नालंदा में भी रोज पूर्ण प्रदर्शन किया गया .इसमें पीडि़त अभ्यíथयों के समर्थन में आंदोलन तेज हो गया है। शुक्रवार को आइसा और इनौस के आह्वान पर इन जिलों में जमकर प्रदर्शन किए गए और इसे मेरिट लिस्ट की आड़ में धांधली बताया गया। सभी प्रदर्शनकारी इस मांग पर अड़े थे कि सभी एससटेट उतीर्ण अभ्यíथयों की तत्काल बहाली की जाए। लगातार प्रदर्शन के बावजूद प्रशासन के उदासीन रवैये ने उन्हें और आक्रोशित कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बोर्ड के मेन गेट को तोड़ डाला और नारे लगाते रहे। बाद में जिला प्रशासन आया और माले विधायक मनोज मंजिल व संदीप सौरभ के हस्तेक्षप के बाद शुक्रवार की शाम शिक्षा मंत्री के साथ वार्ता का समय निर्धारित हुआ।

महिला आरक्षण का मुद्दा उठाया

शुक्रवार शाम आईसा और नौजवान इंकलाब सभा के प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी से मिलकर यह सवाल उठाया कि नए लिस्ट में महिलाओं को उचित आरक्षण नहीं दिया गया। शिक्षा मंत्री ने सभी को आश्वस्त करते हुए कहा कि मंडे को सरकार की तरफ से नोटिस जारी किया जाएगा सभी क्वालिफाइड छात्र नियोजन के लिए योग्य होंगे। नेतृत्व इंकालबी नौजवान सभा के राज्य सचिव सुधीर कुमार, आइसा के राज्य सचिव शब्बीर कुमार,राज्य सह सचिव आकाश कश्यप, शिवप्रकाश रंजन, पप्पू कुमार, विकास यादव, काíतक पासवान, तारिक अनवर, आदि छात्र-युवा कर रहे थे।

37000 बहाली के विरुद्ध 30599 ही क्वालीफाइड

प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं ने कहा कि जब 37 हजार बहालियों के विरुद्ध महज 30599 अभ्यर्थी ही क्वालिफाइड हुए हैं, तब फिर व्यापक पैमाने पर अभ्यíथयों को मेरिट लिस्ट की आड़ में बाहर कैसे कर दिया गया? इसमें शामिल विधायक मनोज मंजिल ने कहा कि हमारी मांग है कि एसटेट 2019 में उत्तीर्ण सभी अभ्यíथयों का नियोजन हो। यदि सरकार नहीं मानती है तो वह व्यापक आंदोलन झेलने को तैयार रहे। शिक्षकों के पद यूं ही खाली पड़े हुए हैं, इसलिए अविलंब सभी उत्तीर्ण अभ्यíथयों को मेरिट लिस्ट में जगह मिले और उनकी नियुक्ति सुनिश्चित की जाए।

कैटेगरी वाइज बने लिस्ट

माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि एसटीईटी 2019 के परिणाम में घोटाला सामने आ चुका है। सरकार को अविलंब ठीक करना होगा। अभ्यíथयों ने कोटिवार व विषयवार सभी अर्हता हासिल अभ्यíथयों की लिस्ट भी सार्वजनिक करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब शिक्षा मंत्री, शिक्षा मंत्रालय के प्रधान सचिव ने कहा था कि सभी क्वालिफाइड अभ्यíथयों की नौकरी पक्की मानी जाए, तो ऐसा क्यों नहीं किया गया।