वही मुझे मारने की सोच रहे

आज वही लोग मेरी जान के पीछे पड़े हैं। जिस फैमिली पर मैं गर्व करती थी, वही मुझे मारने की सोच रहा है। प्लीज मुझे मेरी फैमिली से खतरा है, मुझे बचाइए। अर्चना कुमारी ने वीमेन हेल्पलाइन के पास कुछ ऐसा ही लिखित कंप्लेन किया है।

18 मार्च 2013 को की शादी

आशियाना नगर की रहने वाली अर्चना को अमित नाम के लड़के से प्यार हो गया। दोनों के अलग-अलग कास्ट के होने के कारण फैमिली वाली इस शादी को लेकर रजामंद नहंी थे। इस संबंध में अर्चना ने बताया कि मैंने फैमिली वालों को काफी मनाने की कोशिश की, पर वे नहीं माने। इसके बाद हमने आर्य समाज मंदिर, मीठापुर में 18 मार्च को शादी कर ली, पर इसकी जानकारी फैमिली वालों को शुरुआत में नहीं थी। शादी के एक हफ्ते तक मैं अपनी फैमिली के साथ ही रही, पर जब घर के लोगों को पता चल गया, तो मैं पति के पास आ गई।

फैमिली संपर्क तोड़ लिया

शादी के कई महीने गुजर जाने के बाद अभी अर्चना और अमित साथ रहते हैं, पर अर्चना की फैमिली वालों से कोई कांटैक्ट नहीं है। इस संबंध में अमित ने बताया कि अभी भी एक डर बना रहता है कि कब क्या हो जाए। हमदोनों साथ में रहते तो हैं, पर हर दिन एक डर से शुरू होता है। अर्चना की फैमिली वालों ने बिलकुल ही संपर्क तोड़ लिया है। अभी मैं दिल्ली में एक कंपनी में नौकरी कर रहा हूं और अर्चना भी मेरे साथ ही रहती है।

शादी के बाद होता है खतरा

पहले प्यार और फिर शादी को लेकर गल्र्स में फैमिली का खतरा होना नेचुरल है। हमारे पास ऐसे कई केसेज आते रहते हैं। इस संबंध में वीमेन हेल्प लाइन की काउंसलर साधना सिंह ने बताया कि प्यार के बाद जब शादी का मामला आता है, तो फैमिली का विरोध शुरू हो जाता है। ऐसे में लड़की हमारे पास प्रोटेक्शन के लिए आती है। उधर, वीमेन हेल्प लाइन की प्रोजेक्ट ऑफिसर प्रमिला कुमारी ने बताया कि आज भी इंटर कास्ट मैरेज को लोग एक्सेप्ट नहीं कर रहे। ऐसे में गल्र्स को ऑनर किलिंग का डर सताते रहता है।