पटना (ब्यूरो)। इन दिनों अलग-अलग स्कूलों में बच्चों के एडमिशन के लिए आवेदन लिए जा रहे हैैं। इनमें बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र साथ में देना अनिवार्य है। बर्थ सर्टिफिकेट को पाने के लिए इन दिनों अभिभावकों को लगातार ऑफिस का चक्कर लगाना पड़ रहा है। गांधी मैदान स्थित पटना सदर कार्यालय में यह सर्टिफिकेट नहीं बन रहा है। यहां काउंटर पर बताया गया कि अब जन्म प्रमाण पत्र कुम्हरार के कार्यालय से बनेगा, क्योंकि गांधी मैदान का यह ऑफिस जूडिशियल रिकार्ड ऑफिस के तौर पर वर्तमान में कार्य रहा है। वहीं, विभिन्न निगम अंचलों में खोले गए जन सुविधा केन्दों्र में भी जन्म प्रमाण पत्र की सुविधा देनी है, लेकिन अभी यह सुविधा पूरे व्यवस्थित तरीके से नहीं चल रही है। अंत में निगम के हेडक्वार्टर का चक्कर भी लगाना पड़ रहा है।

कार्यालय बदलने से परेशानी

दरअसल, इन दिनों एक साथ बड़ी संख्या में एडमिशन के लिए आवेदन मिलने के कारण हर अंचल में बड़ी संख्या में आवेदन मिल रहे हैं, जबकि एड्रेस बदल जाने से पैरेंट्स हैरान परेशान हो रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम जब एएन कॉलेज में पूर्व से चल रहे जन सुविधा केन्द्र पर पहुंची तो पता चला कि यहां पर अब जन सुविधा के सभी कार्य बंद हैं। ऑफिस में मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि यहां पर संस्था का कार्यालय चल रहा है। जन सुविधा केन्द्र का कार्यालय यमुना अपार्टमेंट के पास शिफ्ट हो गया है। हालांकि यह जानकारी बोर्ड पर डिस्पले होनी चाहिए थी, जो कि मौके पर नहीं थी। इसी प्रकार, गांधी मैदान स्थित सदर अंचल कार्यालय में भी यह नहीं बनाया जा रहा है। इसका ऑफिस कुम्हरार शिफ्ट कर दिया गया है।

दलाल भी बना रहे बर्थ सर्टिफिकेट

पैरेंट्स के लिए उनके बच्चों का अच्छे स्कूल में नामांकन पहली प्राथमिकता है। पैरेंट्स के इस दर्द को जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले अच्छी तरह से जानते हैं। इसलिए वे मनमाना रेट चार्ज कर रहे हैंं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम जब सदर प्रखंड कार्यालय के पास पहुंची तो सबसे पहले गेट के पास ही कई दलाल नजर आए। एक दलाल से बातचीत हुई तो पता चला कि आप अब पैरेंट का आधार कार्ड दीजिए, केवल एक हजार रूपये में बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट बनाकर दे देंगे। जबकि निगमत: बर्थ सर्टिफिकेट के लिए संबंधित अस्पताल में जन्में बच्चे की मां की डिलेवरी का डिस्चार्ज सर्टिफिकेट जरूर होना चाहिए। इसलिए ये दलाल मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं।

हर दिन मिल रहे हैं 50 से 60 आवेदन

पटना नगर निगम के पाटलिपुत्र अंचल कार्यालयों में 50 से 60 आवेदन प्रतिदिन आ रहे हैं। जबकि आम दिनों में यह संख्या 15 से 20 की संख्या में मिलता था। लेकिन अभी स्कूलों में एडमिशन का दौर चलने के कारण आवेदन बढ़ गया है। पाटलिपुत्र अंचल की एग्जीक्यूटिव ऑफिसर प्रतिभा ने बताया कि हालांकि आवेदनों की संख्या बढ़ गई है। लेकिन प्रयास यह रहता है कि आवेदन पेंडिंग नहीं हो। जानकारी कि अधिकतम 21 दिनों में सर्टिफिकेट बनाकर देने का नियम है। अभी दस से 14 दिनों का समय लग रहा है।