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PATNA: डीजल और पेट्रोल की कीमतों लगी आग एक पल ठंडी पड़ जाएगी, बस सरकार को पब्लिक का दर्द समझना होगा। तेल की कीमत नहीं इस पर लगाया जाने वाला टैक्स कमर तोड़ रहा है। अगर सरकार इसे लेकर गंभीर हो जाए तो पटना में आज भी पेट्रोल 50 रुपए प्रति लीटर के आस पास होगी, लेकिन सरकार की नीति पब्लिक पर भारी पड़ रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट इंवेस्टीगेशन कर यह बताने जा रहा है कि किस तरह से पटना में डीजल और पेट्रोल के दाम को टैक्स की पटरी पर दौड़ाया जा रहा है।

नहीं सोचती है सरकार

46.39 रुपए का पेट्रोल टैक्स की मार के बाद 86.25 रुपए पहुंच जाता है और सरकार चुप्पी साधे बैठे रहती है। पब्लिक की चिंता से सरकार का कोई वास्ता नहीं है। अगर सरकार गंभीर रहती और टैक्स में छूट दे देती तो आम आदमी को काफी हद तक राहत मिल जाती है। न तो प्रदेश सरकार इसे लेकर सोचती है और न ही केंद्र सरकार।

सबसे ज्यादा लगता है टैक्स

डीजल और पेट्रोल की महंगाई आम आदमी को प्रभावित करती है। सरकार की मनमानी पब्लिक की परेशानी बन जाती है। पब्लिक को लगता है कि तेल कंपनियां दाम बढ़ा रही हैं लेकिन दाम तो टैक्स की मार से बढ़ रहा है। प्रदेश सरकार भी चाहे तो डीजल पेट्रोल पर लिया जाने वाला टैक्स घटाकर पब्लिक को महंगाई की आग से बाहर निकाल सकती है।

एक लीटर पेट्रोल में समझें तेल का खेल

46.39 पटना में पेट्रोल की डीलर प्राइस

18.16 प्रदेश सरकार वैट के रूप में वसूलती है

18.79 केंद्र सरकार टैक्स व पेट्रोल कंपनी वसूलती

2.91 पेट्रोल पम्प के मालिक का कमीशन

86.25 जनता को इतने में मिलता है पेट्रोल

डीजल-पेट्रोल पर 100 प्रतिशत टैक्स है। अगर सरकार टैक्स में राहत दे तो दाम कम हो जाएगा।

अनुज राज, मेम्बर, पटना पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन