पटना (ब्यूरो)। धरती की सबसे कीमती चीजों में से एक पानी है। इसका इस्तेमाल दुनिया के सभी लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से करते हैं। वहीं शारीरिक तौर पर भी पानी में असंतुलन सेहत की गंभीर समस्या बनकर सामने आ रहा है। हालिया दिनों में पानी से कई तरह की गंभीर बीमारियां हो जाती हैं। क्योंकि पानी की शुद्धता की एक निश्चित सीमा है। उस सीमा से अधिक शुद्ध पानी या अशुद्ध पानी सेहत पर बुरा असर डालता है। इसी विषय को लेकर राजधानी के शिक्षण संस्थानों में लगे आरओ वाटर की क्वालिटी जांच की। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने एएन कॉलेज, गंगा देवी महिला महाविद्यालय, टीपीए कॉलेज व रामकृष्ण द्वारिका कॉलेज में लगे आरओ मशीन की टीडीएस मशीन से जांच की। तो पढ़े कॉलेजें में कैसे पानी का सेवन कर रहे स्टूडेंटस

एएन कॉलेज

टीडीएस रिपोटर्: 297

राजधानी पटना के पॉश इलाके में स्थित एएन कॉलेज में रिपोर्टर करीब 12 बजे पहुंचा। कॉलेज परिसर में प्रवेश करते ही विज्ञान संकाय के भवन में लगे आरओ वाटर मशीन शीतल जल से कॉलेज के छात्र अपनी प्यास बुझा रहे थे। जब पानी का टीडीएस चेक करने के लिए टीडीएस मीटर से जांच की गई तो रिपोर्ट 297 आया। यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है। अब इससे यही अंदाज लगाया जा सकता है कि कॉलेज प्रशासन अपनी लापरवाही से बच्चे यह पानी पीकर बीमार होने कैसे दे सकता है।

टीपीएस कॉलेज

टीडीएस रिपोटर्: 244/299

पटना के पोस्टल पार्क स्थित टीपीएस कॉलेज में भी पीने वाले पानी की स्थिति निराशाजनक ही थी। परिसर के अंदर कैंटीन के पास बने पीने का पानी की जब टीडीएस जांची तो रिपोर्ट 299 आई। वहीं अंदर में लगे ठंडे पानी के लिए आरओ वाटर के पानी की टीडीएस रिपोर्ट भी मानक के विपरीत रही। आरओ वाटर की टीडीएस रिपोर्ट 244 रही। यहां जब नार्मल पानी का टीडीएस चेक किया तो वह 335 पहुंच गई। यदि एक्सपर्ट की माने तो आरओ के पानी को 50 से 150 के बीच टीडीएस होने की बात कही। इससे ऊपर नार्मल पानी को बेहतर पानी नहीं मानते हैं।


गंगा देवी महिला महाविद्यालय

टीडीएस रिपोटर्: 301

राजधानी की महिला कॉलेजों में अपनी शिक्षा, अनुशासन व परिसर की साफ-सफाई के मामले में अलग पहचान रखने वाले कंकड़बाग स्थित गंगा देवी महिला महाविद्यालय में लगे आरओ वाटर का पानी की टीडीएस रिपोर्ट भी निराश कर देने वाली रही। कॉलेज के बाहरी प्रांगण में लगे दो आरओ में एक का टीडीएस रिपोर्ट जहां 238 रही, वहीं अंदर लगे आरओ की टीडीएस रिपोर्ट 301 आई। यहां पढऩे वाली बच्चियों का कहना है कि यह कैसे हो सकता है। सप्ताह भर पहले ही मशीनों का फिल्टर बदला गया है। हम सबने देखा है।


रामकृष्ण द्वारिका कॉलेज

टीडीएस रिपोटर्: 240

इसके बाद आईनेक्स्ट की टीम कंकड़बाग के अशोक नगर स्थित रामकृष्ण द्वारिका कॉलेज पहुंची। स्टाफ के लिए जहां कॉलेज परिसर में आरओ वाटर की व्यवस्था है, वहीं छात्रों के लिए प्रत्येक तल पर पानी की व्यवस्था की गई है। जब हमने छात्रों के लिए लगाए गए आरओ के पानी के टीडीएस की जांच की तो रिपोर्ट 240 आई। वहीं स्टाफ के लिए लगाए गए आरओ मशीन से मिल रहे पानी का टीडीएस 244 रहा। ऐसे में यह साफ जाहिर होता है कि राजधानी में अपना सुनहरा भविष्य बनाने का सपना लेकर आने वाले विद्यार्थी कहीं न कहीं इन पानी का सेवन कर बीमार हो रहे है। क्योंकि अधिकांश विद्यार्थी कॉलेज ही नहीं अपने कमरे तक इन्हीं आरओ से पीने को लेकर जाते हैं।