- शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

- पुरानी किताबों को रखा जाएगा सुरक्षित, नए सेशन में छात्रों को दी जाएंगी किताबें

DEHRADUN: सरकारी स्कूलों में अब स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए बुक बैंक बनाए जाएंगे। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने शिक्षा विभाग के अफसरों को इस बाबत निर्देश दिए हैं। बुक बैंक में पुरानी किताबों को सुरक्षित रखा जाएगा, ताकि वे अगले सेशन में आने वाले स्टूडेंट्स के काम आ सकें।

रॉयल्टी शुल्क माफी के लिए अपील

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने शनिवार को अपने आवास पर शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में विभाग की नई सचिव डॉ। भूपिन्दर कौर औलख से शिक्षा मंत्री ने विस्तार से वार्ता की और विभागीय कार्यो में तेजी के लिए कार्यवाही करने के निर्देश दिए। शिक्षा मंत्री ने स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों को नए शिक्षा सत्र से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही स्कूलों में बुक बैंक बनाने के भी निर्देश दिए हैं। बताया गया कि जो किताबें बच्चों को उपलब्ध कराई जाएंगी उनके पासआउट होने के बाद वे किताबें जमा कर दी जाएंगी और फिर दूसरे सेशन में दूसरे बच्चों को उपलब्ध कराई जाएंगी। मंत्री ने बैठक में राज्य की वित्तीय स्थिति को देखते हुए भ् प्रतिशत रॉयल्टी शुल्क माफ हेतु एनसीईआरटी और एमएचआरडी को पत्र भेजने को निर्देशित किया।

अक्षय पात्र योजना में आए तेजी

बैठक के दौरान अधिकारियों को अक्षय पात्र योजना में तेजी लाने के निर्देश भी दिए गए। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अधिकारियों को मुख्यालयों से निकलकर फील्ड में जाने की कार्यशैली विकसित करने की हिदायत भी दी। बैठक में शिक्षा सचिव डॉ। भूपिदंर कौर औलख, अपर सचिव के आलोक शेखर तिवारी, प्रारम्भिक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक राकेश कुंवर, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक सीमा जौनसारी, अपर राज्य निदेशक सर्व शिक्षा अभियान डॉ। मुकुल कुमार सती, अपर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा वीएस रावत मौजूद रहे।