अयोध्या/गोरखपुर (ब्यूरो)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले की सरकारें अयोध्या के नाम से डरती थीं, यहां आना नहीं चाहती थीं। लेकिन ढाई वर्ष के अपने कार्यकाल में मैं डेढ़ दर्जन बार अयोध्या आ चुका हूं। जब भी आता हूं आप सबकी कृपा से सैकड़ों करोड़ रुपये की योजना यहां के लिए लेकर आता हूं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को रामकथा पार्क में आयोजित भागवान श्रीराम के प्रतिकात्मक राजतिलक के कार्यक्रम के अवसर 226 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी सात पवित्र नगरियों में तीन पवित्र नगरी अयोध्या, काशी और मथुरा हमारे उत्तर प्रदेश में हैं। देश और दुनिया में इतना समृद्ध एवं सांस्कृतिक परिवेश किसी के पास नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम की परंपरा पर हम सबको गौरव की अनुभूति होती है। अयोध्या का नाम आते ही रामराज्य हमारे मन मस्तिष्क में खुद-ब-खुद आ जाता है। रामराज्य शासन की एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें जाति, मत, मजहब, संप्रदाय, क्षेत्र और भाषा के आधार पर किसी के साथ भेदभाव ना हो। विगत पांच वर्षों में शासन की योजनाओं को जिस प्रतिबद्धता के साथ देश के अंदर लागू किया गया है, यह आधुनिक रामराज्य का उदाहरण है।

रामजी की पैड़ी में भी स्नान किया जा सकता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के हर सनातन धर्मावलम्बी के लिए अयोध्या की पहचान उसी रूप में है, जैसे अन्य मतावलम्बियों के लिए अपने-अपने पवित्र स्थलों की पहचान है। दीपोत्सव का कार्यक्रम अपने पवित्र स्थल और उनकी मर्यादा की रक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा है। हजार वर्षों की अपनी विरासत के साथ आपको जोड़ते हुए और पर्यावरण की रक्षा करते हुए हम अपने आयोजन को सामूहिक रूप से आगे बढ़ा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले रामजी की पैड़ी में पानी सड़ जाता था। आज हरि जी की पैड़ी की तरह ही रामजी की पैड़ी में भी स्नान किया जा सकता है। बैकुंठ से भी अच्छी पुरी के रूप में जिस अवधपुरी की कल्पना भगवान श्रीराम ने अयोध्या के लिए की थी। आज उस रूप में अयोध्या को प्रस्तुत करने का प्रयास हो रहा है।

भारतवासी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व पर अभिभूत है
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में विकास की योजनाओं को एक नई कृति के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। आपने देखा होगा बीच के कालखंड में माता सरयू भी अयोध्या से दूरी बनाए रख हुई थीं, लेकिन इस बार यहां के लोगों को सरयू मइया का आशीर्वाद प्राप्त होने लगा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हर भारतवासी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व पर अभिभूत है। जिन्होंने भारत की सांस्कृतिक परम्परा को विश्व पटल पर फिर से पूरी मजबूती के साथ स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है। वसुधैव कुम्बकम के भाव को हमने अंगीकार किया है। पूरी दुनिया को एक कुटुम्ब के रूप में माना है।

खुद योगी ने सीता-राम और लक्ष्मण की आरती उतारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कभी किसी को परेशान नहीं किया, लेकिन किसी ने हमारे शस्त्र या स्वाभिमान को ललकारने का प्रयास किया, तो उसके मांद में घुसकर मुंह तोड़ जवाब देने का कार्य आज भारत का नेतृत्व कर रह है। इससे ज्यादा गर्व की बात क्या हो सकती है। आज भारत दुनिया की एक महाशक्ति के रूप में फिर से विश्वगुरू के रूप में स्थापित हो रहा है। इससे पहले राम, सीता और लक्ष्मण के हेलिकॉप्टर से अयोध्या आगमन का प्रतीकात्मक मंचन किया गया। खुद योगी ने सीता-राम और लक्ष्मण की आरती उतारी। प्रभु श्री राम का योगी और महंत नृत्य गोपाल दास ने राज्यसभिषेक भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुख्य अतिथि के रूप में फिजी गणराज्य की उपसभापति वीना भटनागर, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल मौजूद रहे।

भगवान श्रीराम के जीवन वृतांत पर निकाली गईं 11 झाकियां
अयोध्या में भगवान श्रीराम के जीवन वृतांत पर आधारित 11 झाकियां साकेत महाविद्यालय से रामकथा पार्क तक निकाली गईं। जिसे फिजी गणराज्य की उपसभापति वीना भटनागर ने हरी झंडी दिखाई। इन झाकियों का कार्यक्रम में शामिल होने आए लोगों ने जगह-जगह पूरे उत्साह एवं आस्था के साथ स्वागत किया।

 

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