लालू प्रसाद यादव
सीबीआई कोर्ट से दोषी करार दिए जाने के बाद लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'झूठे जुमले बुनने वालों, सच अपनी जिद पर खड़ा है, धर्मयुद्ध में लालू अकेला नहीं पूरा बिहार साथ खड़ा है। ऐ सुनो कान खोलकर, आप इस गुदड़ी के लाल को परेशान कर सकते हैं, पराजित नहीं।'
चारा घोटाला में लालू दोषी करार, जगन्नाथ मिश्र समेत 7 बरी
तेजस्वी यादव
सभी पार्टी कार्यकर्ताओं सेअपील करता हूं कि वो शांति बनाए रखते हुए न्यायालय के फैसले का सम्मान करें। सत्य को कोई नहीं हरा सकता। हमारी जीत होगी और जरूर होगी। अपना प्रेम और विश्वास बनाए रखें। जय बिहार, जय हिन्द।
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सुशील मोदी
जो बोया वो पाया! बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होई। यह तो होना ही था।
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शुक्रवार की शाम से ही रांची में थी गहमागहमी
चारा घोटाले में देवघर कोषागार से अवैध निकासी में फैसला आने से एक दिन पहले शुक्रवार शाम से ही रांची में जबर्दस्त गहमागहमी रही। सिटी के अधिकांश होटल और लॉज, चौक-चौराहों पर राजद समर्थकों का जमावड़ा लगा था। हर जगह एक ही चर्चा कि फैसला क्या आएगा। शुक्रवार रात से ही शहर में चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस सघन चेकिंग अभियान चला रही थी। राजद समर्थकों और फैसले के बारे में जानने के लिए उत्सुक लोगों की भीड़ से खचाखच भरे सीबीआइ कोर्ट समेत पूरे परिसर में सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई थी।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की जेड प्लस सिक्योरिटी छिनी
बेटों के साथ फैसला सुनने पहुंचे दोनों पूर्व सीएम
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अपने पुत्र तेजस्वी यादव के साथ और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र अपने पुत्र नीतीश मिश्र के साथ शुक्रवार शाम को ही रांची पहुंच गए। लालू के साथ 50 विधायक और बड़ी संख्या में समर्थक आए हुए थे। परिणामस्वरूप शहर के तमाम गेस्टहाउस और होटल में जगह नहीं बची थी। शहर में जगह-जगह विभिन्न स्थानीय कारणों का हवाला देकर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई जिन्हें किसी भी उपद्रव से निपटने के लिए हर तरह से तैयार रहने और सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। कारण कुछ भी हो कुल मिलाकर पुलिस शहर के चप्पे-चप्पे पर तैनात रही। संदेश साफ था कि उपद्रव करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और न कोई छूट दी जाएगी।
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आशंकित नजर आ रहे थे लालू
राजद सुप्रीमो लालू यादव भले बेदाग निकलने के दावे करते रहे हों लेकिन उनके हावभाव और अंदरखाने से मिल रही सूचना के अनुसार वे आशंकित नजर आ रहे थे। हालांकि उनके पुत्र और समर्थकों का रुख विश्वास से भरा और आक्रामक दिख रहा था। उन्होंने शुक्रवार रात से लेकर शनिवार दिन तक के समय का उपयोग स्थानीय स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने में बिताया। कांग्रेस का एक गुट भी इस दौरान खासा सक्रिय नजर आया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय रात में लालू प्रसाद यादव से गेस्ट हाउस में मिले। कुछ छोटे कांग्रेसी नेताओं ने भी भी उनसे अलग-अलग मुलाकात की।
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चारा घोटाले में लालू अब तक छह बार जेल जा चुके हैं। यह 7वीं जेल यात्रा है।
1. पहली बार 30 जुलाई, 1997 को (135 दिन रहे)
2. दूसरी बार 28 अक्टूबर, 1998 को (73 दिन)
3. तीसरी बार 5 अप्रैल, 2000 को (11 दिन)
4. चौथी बार 28 नवंबर, 2000 (1 दिन)
5. पांचवीं बार 26 नवंबर, 2001 को (23 दिन)
6. छठी बार 3 अक्टूबर, 2013 को (2 माह, 10 दिन)
7. सातवीं बार 23 दिसंबर, 2017 को
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