Food additives
फूड एडिटिव्स और प्रिजरवेटिव्स भी सिरदर्द की वजह बन सकते हैं. नाईट्रेट्स जैसे एडिटिव्स ब्लड वेसेल्स को डाइलेट कर देते हैं, जिसकी वजह से सिरदर्द होता है.
मोनोसोडियम ग्लूटामेट भी सिरदर्द को ट्रिगर करने के लिए रिस्पांसिबल माना जाता है.
Cold things
करीब 90 परसेंट से ज्यादा माइग्रेन पेशेंट्स ठंडी चीजों के लिए सेंसिटिव होते हैं. नॉर्मल लोगों को ये प्रॉब्लम तब होती है जब वे एक्सरसाइज करने के तुरंत बाद कोई ठंडी चीज खा लेते हैं. आइसक्रीम भी इन ठंडी चीजों में शामिल हैं जो सिरदर्द की वजह बन सकती है.
Alcohol
कोई भी एल्कोहॉल लेने से आपके ब्रेन को पहुंचने वाला ब्लड फ्लो बढ़ जाता है और इससे आपकी बॉडी डिहाइड्रेट भी हो सकती है. इन दोनों की वजह से सिरदर्द होने के चांसेज बढ़ जाते हैं. एक्सपट्र्स के मुताबिक माइग्रेन पेशेंट्स का हैंगओवर भी जल्दी नहीं उतरता.
Old cheese
कई लोग पुरानी चीज को भी एक इंपोर्टेंट हेडएक ट्रिगर मानते हैं. होता यह है कि चीज में मौजूद प्रोटींस के ब्रेककडॉउन से टाइरामीन फॉर्म होता है जो सिरदर्द की वजह बनता है. जितनी पुरानी चीज होती है, उतना ही ज्यादा टाइरामीन उसमें होता है जो सिरदर्द बढ़ा देता है.
Coffee
कई लोग मानते हैं कि कैफीन से सिरदर्द में आराम मिलता है. लेकिन डेली दो से तीन कप कॉफी पीने वाले अगर एकदम से कॉफी पीना छोड़ दें तो उन्हें कैफीन विदड्राअल सिंड्रोम की वजह से सिरदर्द हो जाता है. ये तब होता है जब वो कैफीन की अपनी डेली डोज मिस कर देते हैं.