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kanpur. ट्रक ऑपरेटर्स ने बुधवार को पूरे दिन हड़ताल रखी. जिसका नतीजा ये हुआ कि मौरंग-गिट्टी का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ. बिल्डिंग मैटीरियल के रेट बढ़ गए. ओवरलोडिंग से रोकने पर ट्रक ऑपरेटर्स ने ये हड़ताल की. जिसका नतीजा ये है कि पब्लिक को बढ़े हुए रेट की मार झेलनी पड़ेगी.

ओवरलोडिंग के खिलाफ हुए लामबंद

आरटीओ के चल रहे ओवरलोडिंग के अभियान को देखते हुए ही ट्रक ऑपरेटर्स ने हड़ताल की है. गिट्टी मौरंग ट्रक आपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीप अवस्थी ने बताया कि ओवरलोडिंग और अवैध खनन के लिए केवल ट्रक मालिक ही दोषी क्यों पाया जाता है. क्रेशर मालिक, फैक्ट्री मालिक, खाद्यान्न मालिक, ट्रांसपोर्टर आदि भी ओवरलोडिंग के लिए जिम्मेदार हैं. उन पर भी कार्रवाई हो. वहीं जो कानून ट्रक व्यवसाय के लिए कई वर्षों पहले बनाया गया था उस समय सड़कों को बनाने के लिए तकनीक भी अच्छी नहीं थी. आज रोड्स ज्यादा भार झेल सकती हैं. आज के हिसाब से ट्रक व्यवसाय में संशोधन किया जाए. इन बातों को ध्यान में रखकर ओवरलोडिंग के खिलाफ कार्रवाई हो तो किसी को आपत्ति नहीं होगी.

हड़ताल के साथ ही रेट भी हुए हाई

गिट्टी मौरंग ट्रक आपरेटर्स की हड़ताल के साथ ही बिल्डिंग मैटीरियल्स के रेट भी हाई हो गए. ब्7 सौ रुपये स्क्वायर फिट वाली मौरंग भ् हजार रुपये स्क्वायर फिट के रेट पर मिली. वहीं दूसरी ओर गिट्टी के रेट भी आसमान छू गए.