-कोल्हान विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव

-विश्वविद्यालय की अधिसूचना में स्पष्ट रूप से किया गया है जिक्र

-सबसे ज्यादा नुकसान जेसीएम को, दूसरे छात्र संगठन भी परेशान

JAMSHEDPUR : कोल्हान विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में पिछले वर्ष चुने गये पदाधिकारी इस बार चुनाव नहीं लड़ सकते। विश्वविद्यालय की अधिसूचना में इसका स्पष्ट रूप से जिक्र है। अधिसूचना के क्रम नौ-बी में लिंगदोह कमेटी की रिपोर्ट को आधार मानते हुए बताया गया है कि छात्र संघ चुनाव में कॉलेज व विश्वविद्यालय के चयनित प्रतिनिधि भाग नहीं ले सकते। इस निर्णय से सबसे ज्यादा झारखंड छात्र मोर्चा (जेसीएम) को नुकसान है। अन्य संगठन भी इससे परेशान हैं।

ख्भ् प्रतिशत अटेंडेंस जरूरी

कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा में पीजी पार्ट वन व यूजी पार्ट वन के विद्यार्थी न तो छात्रसंघ चुनाव लड़ पायेंगे और न मतदान की प्रक्रिया में भाग ले पायेंगे। दरअसल विश्वविद्यालय में पीजी प्रथम वर्ष में नामांकन क्0 सितंबर तक लिया गया है। पीजी की तरह यूजी प्रथम वर्ष में सत्र ख्0क्म्-क्9 में नामांकित छात्र भी चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। पीजी की तरह वे भी केवल अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। दोनों संकायों में देर से नामांकन होने की वजह से इनके विद्यार्थी छात्रसंघ चुनाव लड़ने से वंचित हो जाएंगे। नियमों के मुताबिक छात्रसंघ चुनाव लड़ने के लिए किसी भी प्रत्याशी का नियमित छात्र होने के साथ कक्षा में ख्भ् फीसद उपस्थिति अनिवार्य है लेकिन नामांकन में विलंब होने की वजह से दोनों संकायों में विद्यार्थियों की उपस्थिति ख्भ् फीसद नहीं बन पाई है।

चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण

केयू छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान, मतगणना व परिणाम जारी करने के लिए एक ही दिन तय है। पूर्वी सिंहभूम के बड़े कॉलेजों के लिए यह परेशानी का सबब बन सकता है। खासकर को-ऑपरेटिव कॉलेज, बहरागोड़ा कॉलेज, घाटशिला कॉलेज व वूमेंस कॉलेज में छात्र-छात्राओं की संख्या क्0 हजार से अधिक है। ऐसे में समय पर चुनाव संबंधी कार्यो को संपन्न कराना एक चुनौती है। प्रत्येक मतदाता को म्-म् मत का प्रयोग करना होगा। छह पदों के लिए मतदाता को वोट डालना है। विश्वविद्यालय ने मतदान के लिए सुबह 8 बजे से दोपहर ख् बजे तक का वक्त दिया है। इसके बाद शाम ब् बजे तक मतगणना व चुनाव परिणाम भी जारी करना है। ऐसे में कालेज प्रबंधन के लिए शांतिपूर्वक तरीके से म् घंटे में चुनाव संपन्न कराना चुनौतीपूर्ण होगा।

अलग-अलग रंग का होगा बैलेट पेपेर

अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, सहायक सचिव, उप सचिव व विश्वविद्यालय प्रतिनिधि पद के लिए मतदाताओं को अलग-अलग बैलेट पेपर का इस्तेमाल करना है। हर पद के लिए अलग-अलग रंग के बैलेट पेपर हैं।

किसके लिए कौन सा बैलेट पेपर

-अध्यक्ष : सफेद

-उपाध्यक्ष : हलका हरा

-सचिव : गुलाबी

-सहायक सचिव : नीला

-उप सचिव : पीला

- विश्वविद्यालय प्रतिनिधि : नारंगी

जेसीएम ने फूंका वीसी का पुतला

झारखंड छात्र मोर्चा (जेसीएम) द्वारा रविवार की शाम को साकची गोलचक्कर में कुलपति का पुतला फूंका गया। जेसीएम के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान भाजपा नेता राजेश शुक्ल को केयू छात्र संघ चुनाव संचालन समिति में शामिल किये जाने तथा अभाविप के पदाधिकारी बन कॉलेजों में अध्यापन करा रहे प्रोफेसरों का विरोध किया गया। कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि केयू द्वारा चुनाव जीतने वाले पदाधिकारियों को चुनाव न लड़ने देने के निर्णय का भी विरोध किया है तथा कहा है यह कानून विश्वविद्यालय द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से अभाविप जैसे संगठनों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया गया है। इस मौके पर मुख्य रूप से सुनील गुप्ता, विकास सिंह, नगर अध्यक्ष जगराज सिंह, शशि सिंह, नवीन पासवान, हरजिंदर सिंह, संजय साह, राजा टुडू, रौशन पासवान, जयनारायण मुंडा, प्रेम प्रकाश दुबे सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।