-फर्श पर पानी, फैली है गंदगी, दीवारों का प्लास्टर भी उखड़ रहा है

-बंद है ताला, अंदर सुखाए जा रहे हैं कपड़े

JAMSHEDPUR: शहर में जापानी इंसेफ्लाइटिस व डेंगू को लेकर हाई अलर्ट जारी है, लेकिन सरकारी व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। कोल्हान के सबसे बड़े महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का है। मंगलवार को आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने प्रस्तावित आइसोलेशन वार्ड का जायजा लिया, तो हकीकत सामने आई। वार्ड में ताला बंद था। बाहर में भी कबाड़ का अंबार लगा था। प्रस्तावित आइसोलेशन वार्ड के ठीक बगल में सिक्योरिटी गा‌र्ड्स ने बाथरूम बना रखा है। जहां पर नहाने से लेकर लेकर बर्तन मांजने और कपड़ा सुखाने का भी काम हो रहा है। इससे फर्श पर पानी व गंदगी जम गई है। इससे डेंगू का लार्वा पनपने की आशंका है। हालांकि, हॉस्पिटल सुपरिंटेंडेंट ने उसे हटाने का निर्देश दे दिया है। उधर, प्रशासनिक भवन, आईसीयू, आइसोलेशन वार्ड की छत पर जगह-जगह पर पानी का जमाव है।

चार बेड का होगा आइसोलेशन वार्ड

एमजीएम अस्पताल में आईसीयू के बगल में चार बेड का आइसोलेशन वार्ड होगा। सोमवार को जापानी इंसेफ्लाइटिस और डेंगू मिलाकर क्फ् पेसेंट्स मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है। डीएस डॉ। अशोक कुमार सिंह ने आनन-फानन में कर्मचारियों को बुलाकर एक मीटिंग की। इसके बाद वह आइसोलेशन वार्ड का जायजा भी लिया और कर्मचारियों को जल्द से जल्द तैयार करने का निर्देश दिया है। ताकि मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके। अब तक आइसोलेशन वार्ड तैयार नहीं होने के कारण मरीजों को आईसीयू में भर्ती किया जा रहा है। इससे वायरस फैलने की आंशका जताई जा रही है। आइसोलेशन वार्ड पूरी तरह से एसी होगा। इसके साथ ही वेंटिलेटर, मच्छरदानी और अन्य उपकरण भी लगाए जाएंगे। ताकि मरीजों को विशेष इलाज मिल सके। वार्ड में डॉक्टरों की टीम को विशेष तौर पर लगाया जाएगा।

आज से आइसोलेशन वार्ड शुरू कर दिया जाएगा। आस-पास की गंदगी हटाई जा रही है। मरीजों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है।

- डॉ। अशोक कुमार सिंह, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम हॉस्पिटल