-मैक्सिमम टेंपरेचर रहा 36 डिग्री सेल्सियस
-12 अप्रैल से फिर हो सकती है बारिश
JAMSHEDPUR: पिछले दो दिनों से शहर में हो रही बारिश ने तेज गर्मी से थोड़ी राहत दी है। मंगलवार को भी हल्की बारिश हुई। बारिश के साथ ही टेंपरेचर में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले एक सप्ताह में सबसे कम मैक्सिमम टेंपरेचर मंगलवार को रहा। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक बारिश की संभावना जताई है।
सबसे मिनिमम टेंपरेचर
अप्रैल की शुरुआत में ही गर्मी पसीने छुड़ाने लगी थी। दिन में तेज धूप की वजह से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया था। अप्रैल की शुरुआत से लेकर अब तक शहर का मैक्सिमम टेंपरेचर ब्क्.भ् डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, लेकिन पिछले दो दिनों से मौसम में आए बदलाव की वजह से गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। मंगलवार को शहर का मैक्सिमम टेंपरेचर फ्म् डिग्री सेल्सियस रहा जो इस महीने दर्ज किया गया सबसे मिनिमम टेंपरेचर है।
शाम होते ही घ्िार आए बादल
शाम होते ही आसमान में काले बादल और फिर बारिश की बूंदें। पिछले दो दिनों से शहर का मौसम कुछ ऐसा ही है। सोमवार को शहर में ख्.ख् मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, वहीं मंगलवार को भी 0.म् मिमी बारिश हुई। बारिश की वजह से सिटी के लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल रही है।
दो दिनों तक बारिश की संभावना
मौसम विभाग द्वारा अगले दो दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। रांची स्थित मौसम विभाग के असिस्टेंट मीटिरियोलॉजिस्ट उपेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि वेस्ट एमपी से लेकर त्रिपुरा तक मीन सी लेवल से क्.भ् किलोमीटर ऊपर अपर एयर ट्रफ बना है। वहीं ईस्ट उत्तर प्रदेश और बिहार में अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इसी की वजह से झारखंड में भी बारिश हो रही है। उन्होंने अगले दो दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान बताया। उपेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि दो दिनों के बाद मौसम में सुधार होगा, लेकिन वेस्टर्न डिस्टर्बेस की वजह से क्ख् अप्रैल से फिर बारिश होने की संभावना है।
ये है पिछले एक सप्ताह में शहर का टेंपरेचर
मैक्सि। टेंपरेचर
7 अप्रैल फ्म्.0
म् अप्रैल फ्म्.क्
भ् अप्रैल फ्8.0
ब् अप्रैल ब्क्.भ्
फ् अप्रैल ब्क्.ब्
ख् अप्रैल फ्9.ख्
क् अप्रैल फ्9.ख्
(मौसम विभाग में थर्मामीटर खराब होने की वजह से पिछले करीब क्भ् दिनों से मिनिमम टेम्परेचर नहीं मापा जा सका है)
अगले दो दिनों तक बारिश की संभावना है। वेस्टर्न डिस्टर्बेस की वजह से क्ख् अप्रैल से फिर बारिश हो सकती है।
-उपेंद्र श्रीवास्तव, असिस्टेंट मीटिरियोलॉजिस्ट, मौसम विभाग