-आक्रोशितों ने छह घंटे तक रखा हाइवे जाम

-बोड़ाम बीडीओ, इंस्पेक्टर, थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद खत्म हुआ जाम

JAMSHEDPUR: बालू लदे डंपर से कुचलकर मजदूर टीकाराम मुर्मू ऊर्फ टुंपू मुर्मू की मौत गुरुवार को हो गई। हादसा डिमना लेक के पास सुबह भ्.फ्0 बजे के आसपास हुआ। घटना के बाद के ड्राइवर और खलासी भाग खड़े हुए। रोड एक्सीडेंट की खबर पाकर ग्रामीण गोलबंद हो गए और घटनास्थल पर पेड़ की डाली गिराकर जाम कर दिया।

सुबह छह बजे से दोपहर क्ख् बजे तक लगा रहा जाम

आक्रोशित लोग सरकारी नौकरी, क्0 लाख रुपए और मुआवजे की मांग कर रहे थे। जाम की सूचना पाकर सुबह सात बजे के करीब थाना प्रभारी बीरेंद्र टोप्पो पहुंचे। आक्रोशितों से रोड जाम खत्म करने को कहा, लेकिन लोग मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। डंपर ऑनर उज्ज्वल सिंह ने दो लाख रुपए मुआवजा देने की बात की तब जाकर ग्रामीणों ने दोपहर क्ख् बजे के बाद जाम को समाप्त किया। थाना प्रभारी ने वाहन मालिक का पता लगाया और घटनास्थल पर बुलाकर दोनों पक्षों की ओर से वार्ता कराई। ग्रामीण दस लाख मुआवजे की मांग पर अड़े थे लेकिन अंत में ख् लाख रुपए पर दोनों पक्षों में सहमति बनी। पटमदा बीडीओ सुनील प्रजापति, इंस्पेक्टर सुमन आनन सहित तमाम लोग मौजूद थे।

तेज रफ्तार बनी मौत की वजह

स्थानीय लोगों के मुताबिक रोड एक्सीडेंट का कारण हाइवा का तेज स्पीड था। एमसी मंडल ने बताया कि अचानक टर्निग होने के कारण स्टेयरिंग काटने में ड्राइवर गाड़ी को संभाल नहीं सका और मजदूर को चपेट में ले लिया। मंडल का कहना था कि इसी टर्निग में पहले भी हादसे हो चुके हैं। सुबह रोड खाली होने के कारण ड्राइव तेज गति में गाड़ी चलाते हैं।

निकला था मजदूरी करने

टुंपू मुर्मू दोपहर का खाना लेकर मजदूरी के लिए निकला था। स्थानीय लोगों के मुताबिक टुंपू रोज ही मजदूरी के लिए पांच बजे घर से निकल जाता था। वह पैदल ही जमशेदपुर जाकर मजदूरी करता है और फिर पैदल ही वापस लौटता है। लेकिन क्या पता था कि गुरुवार की सुबह उसके लिए आखिरी सुबह होगी।