छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जमशेदपुर के कई इलाकों में पानी की घोर किल्लत है। एक ओर जहां लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं, वहीं दूसरी ओर रोजाना हजारों लीटर पानी बेकार बहा दिया जा रहा है। मानगो चौक के पास रोजाना हजारों लीटर पानी लोगों द्वारा बेकार बहा दिया जाता है। यह प्याऊ लोगों के पानी पीने के लिए बनाया गया था। परंतु स्थानीय लोग इसका इस्तेमाल बाइक धोने, बर्तन धोने आदि के लिए करते हैं। कई लोग यहां स्नान भी करते हैं। ऐसा कर यहां पानी की बर्बादी की जा रही है। ऐसा नजारा यहां रोज देखने को मिलता है। एमएनएसी प्रशासन का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है।

नलों को खुला छोड़ देते हैं

प्याऊ में लगे कई नल टूट गये हैं। जिससे यहां पानी बहते रहता है। तो कई लोग नलों को खुला छोड़ देते हैं। दिन भर में दो बार यहां पानी की सप्लाई की जाती है। कई लोग पीने के लिए इस प्याऊ का इस्तमाल करते हैं तो कई लोग बाइक धोने या अन्य कामों के लिए। टूटे नलों को भी बदला नहीं जा रहा है। ऐसे में कैसे पानी की बचत होगी।

यहां है पानी की किल्लत

स्टिील सिटी के कई इलाकों में पानी की घोर किल्लत है। गोविंदपुर, सोनारी के दोमुहानी, बागबेड़ा, बिरसानगर, राहरगोड़ा, परसुडीह, लक्ष्मीनगर, सुंदरनगर समेत अन्य इलाकों के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे है। लोगों को पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है। इन इलाकों में परिवार के एक आदमी पानी के जुगाड़ में ही लगा रहत है। वहीं कई इलाकों में रोजाना हजारों लीटर पानी बेकार बहा दिया जा रहा है।