दीया सेवा संस्थान नामक एक एनजीओ ने झारखंड पुलिस के सीआईडी डिपार्टमेंट को ऐसे 42 गुनहगारों की फोटो सहित लिस्ट सौंपी है। इनमें से कुछ को पुलिस ने पकड़ा, मगर एविडेंसेज नहीं मिलने के कारण रिहा हो गए। कई गुनहगार ऐसे हैं, जो पकड़ में नहीं आए हैं। कौन हैं इस लिस्ट में शामिल ये ह्यïूमन ट्रैफिकर्स? क्या है इन गुनहगारों की प्रोफाइल? ये कैसे लोगों को फंसाते हैं? इन सारे सवालों का जवाब दे रही है आई नेक्स्ट की यह स्पेशल रिपोर्ट।

दिल्ली ले जाता है बाबा
नाम : बाबा बामदेव राम। यह शख्स बेसिकली रातू रोड के शाहदेवनगर का रहनेवाला है। हालांकि, यह खुद को सिमडेगा निवासी बताता है। इसने नई दिल्ली शिवलोक हाऊस एवं कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में सर्वोदय आदिवासी जनकल्याण संस्थान नामक एक एजेंसी खोल रखी है। यह अपने एजेंट्स के थ्रू झारखंड के कोने-कोने से लड़कियों को दिल्ली ले जाता है। वहां उन्हें यह मुंहमांगी कीमत पर बेचने का काम करता है। बाबा बामदेव पर चुटिया थाना में लड़की को टॉर्चर करने और जबरन कमरे में बंद करने को लेकर एफआईआर दर्ज है। फिलहाल यह फरार है। इसकी वाइफ कुसुम तिर्की का मायका सुखदेवनगर थाना एरिया के मधुकम में है। वह शाहदेवनगर में किराए के मकान में रहती है। इसके कई एजेंट्स हैं, जो गांव जाकर लड़कियों को लाने का काम करते हैं।

महिलाओं को बनाता है agent
नाम : रविंद्र कुमार उर्फ आकाश राठी। परमार्थ नगर, तुपुदाना का रहनेवाले इस शख्स ने निहाल विहार नागलोई, नई दिल्ली में अपनी एक एजेंसी खोल रखी है। यह रांची में महिला एजेंट्स की भर्ती करता है और उनके थ्रू रांची व खूंटी से लड़कियों को अपने साथ दिल्ली ले जाता है। लड़कियों की ट्रैफिकिंग के लिए यह सफारी गाड़ी का इस्तेमाल करता है। इसी गाड़ी से कई बार रविंद्र कुमार उर्फ आकाश राठी लड़कियों को रांची, खूंटी से हरियाणा ले जाता है। इसके खिलाफ जगन्नाथपुर थाना में कांड संख्या- 177/2011 के तहत मामला दर्ज है। इसके साथ मेरी फूलक्रिया तिरू, सुषमा तिरू भी शामिल हैं, जो लड़कियों को बहलाने-फुसलाने का काम करती हैं। रविंद्र कुमार राठी ने पुलिस के कमजोर इन्वेस्टिगेशन के कारण गाड़ी छुड़वाने में सफलता हासिल कर ली है। वह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर और इस काम से जुड़ा हुआ है।

लगाते हैं 'नौकरानियोंÓ का मेला
नाम : अरुण यादव। साथ में हैं दिलीप मंडल, मंजूला लकड़ा, मीना मिंज यादव, नफे सिंह, प्रभा मुनि, श्याम कुमार, रंजीत तिर्की, रोहित मुनि.  ये सभी आरजेडए 22 धर्मवीर मार्केट निहाल विहार, नई दिल्ली, टीटी पार्क पंजाबी बाग, चर्च के सामने संपूर्ण घरेलू कामगार सर्वेक्षण एवं उत्थान समिति एवं संपूर्ण आदिवासी सांस्कृतिक उत्थान मंच के तहत काम करते हैं। ये सभी आरोपी दिल्ली के पॉलिटीशियंस के प्रोटेक्शन में प्लेसमेंट एजेंसीज के थ्रू ह्यïूमन ट्रैफिकिंग का धंधा करते हैं। ये हर साल 25 दिसंबर को दिल्ली में 'नौकरानियोंÓ का मेला लगाते हैं। पुलिस द्वारा कार्रवाई होने पर थाने का घेराव करते हैं। ये लोग इंटरनेशनल ह्यïूमन ट्रैफिकर्स गैंग्स के टच में रहते हैं। बिहार, झारखंड, असम, छत्तीसगढ़, ओडि़शा में इनके लोकल एजेंट्स हैं। तपकरा की रहनेवाली दो लड़कियों की मौत इन्हीं लोगों की प्लेसमेंट एजेंसी में हुई थी। इसकी जांच के लिए एनटीपीसीआर की टीम थर्सडे को खूंटी पहुंची है। ये सभी आरोपी फरार हैं।

बाबा का right hand है कृष्णा
नाम : कृष्णा कुमार साहू। यह बेसिकली गांव डकाडीह, गोईलकेरा, वेस्ट सिंहभूम का रहनेवाला है। हाऊस नंबर बी 232 जेजे कॉलोनी शकुरपुर, नई दिल्ली में यह कृष्णा एंटरप्राइजेज के नाम से प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है। कृष्णा रांची, सिमडेगा, वेस्ट सिंहभूम से लड़कियों की ट्रैफिकिंग करता है। पुलिस से बचने के लिए स्वतंत्र न्याय मंच नामक एक संस्था का मेंबर भी बना हुआ है। इस पर सिमडेगा एवं गोईलकेरा थाना वेस्ट सिंहभूम में एफआईआर दर्ज है। फिलहाल यह फरार है। यह बाबा बामदेव का राइट हैंड माना जाता है।

ढूंढ़ते हैं शिकार
नाम : सुंदर मुंडा व सोनिया देवी। ये दोनों नई दिल्ली के जनकपुरी थाना क्षेत्र में रूप्स प्लेसमेंट सर्विस सेंटर चलाते हैं। नामकुम व खूंटी क्षेत्र में लोकल एजेंट्स हैं। इनके खिलाफ नामकुम थाने में कांड संख्या- 180/12 के तहत मामला दर्ज है। अभी ये दोनों फरार हैं।

गुमला-सिमडेगा में जाल
नाम : मो निजामुद्दीन अहमद व तजमुल शिलवत्नी देवी। बाजारटांड़, कोलेबिरा सिमडेगा के रहनेवाले ये आरोपी 255, स्वयं सिद्धा कॉलोनी, वेस्ट पंजाबी बाग, नई दिल्ली में एनए एंटरप्राइजेज के नाम से प्लेसमेंट एजेंसी चलाते हैं। ये गुमला, सिमडेगा से लड़कियों को ट्रैफिकिंग का शिकार बनाते हैं। मो निजामुद्दीन बाबा बामदेव राम का मेन एसोसिएट है। दोनों के खिलाफ कोलेबिरा थाना में एफआईआर दर्ज है, मगर ये भी फरार हैं।

चाईबासा, लातेहार में है active
नाम : कपिल देव चौधरी। यह शख्स नई दिल्ली में चौधरी प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है। इसी एजेंसी की आड़ में यह ह्यïूमन ट्रैफिकिंग का धंधा कर रहा है। झारखंड में यह मेनली चाईबासा, लातेहार व लोहरदगा में एक्टिव है। इसके खिलाफ लातेहार के एससी-एसटी थाना में कांड संख्या- 3/2013 के तहत एफआईआर दर्ज है। फिलहाल यह फरार है।

धोखे में रख कराता है शादी
नाम : नित्यपाल। यह शख्स गोरे गांव, सहारनपुर में नित्यपाल प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है। यह धोखे में रखकर लड़कियों  की शादी कराता है। इसके खिलाफ सुखदेवनगर थाने में कांड संख्या-499/09 के तहत एफआईआर दर्ज है। नित्यपाल की प्लेसमेंट एजेंसी पर एफआईआर है। वह रिमझिम नामक एक युवती को शादी के बहाने बहला-फुसलाकर दिल्ली ले गया था। अब तक वह पुलिस की गिरफ्त से फरार है।

नौकरी का झांसा देती है लता
नाम : लता लकड़ा। यह बेसिकली चान्हो थाना क्षेत्र के बेजांग की रहनेवाली है। इसके पति का नाम अरुण लकड़ा उर्फ उरांव है। लता लकड़ा गांव और उसके आस-पास की भोली-भाली लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली ले जाती है। फिर, उन लड़कियों को वहां बेच दिया जाता है। अच्छी कीमत वसूलने के बाद लता गांव लौट आती है। इसने इस काम को अंजाम देने के लिए एजेंट्स भी बना रखे हैं। लता ने ह्यïूमन ट्रैफिकिंग से हुई कमाई से बेजांग गांव में 20 लाख रुपए लागत से अपना मकान भी बनवाया है।

शादी कर ले जाता है लड़कियां
नाम : सुरेश कुरडी जुलाहा। यूपी के सहारनपुर एरिया के बमकी गांव का यह शख्स हर महीने झारखंड आता है। यह गांव में लोकल एजेंट्स के सहारे गरीब लड़कियों से उनके मां-बाप को पैसे देकर शादी करता है। फिर उन्हें यूपी ले जाता है। कुछ दिन रखने के बद सुरेश उन लड़कियों को हरियाणा व दूसरे स्टेट्स में मुंहमांगी कीमत पर बेच डालता है। जब उसका काम पूरा हो जाता है, तो वह फिर झारखंड आता है। इस बार वह नाम और हुलिया बदल लेता है, फिर से नई लड़कियों की तलाश करता है। दिखावे के लिए वह कमड़े मंदिर या किसी और मंदिर में शादी रचाता है।

report by Kuber Singh