रांची (ब्यूरो) । आई क्यू ए सी और डिपार्टमेंट ऑफ ई एल एल के संयुक्त तत्वावधान में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के अकादमिक बिल्डिंग के नये सभागार में मंगलवार को सायबर क्लब के द्वारा संविधान के मौलिक अधिकार और साइबर अपराध और सुरक्षा विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ अब्बास ने कहा कि आज के बदलते वक्त में जब आधी से ज्यादा जिंदगी हम सेलफोन पर बिता रहे हैं, लाजिम है कि खतरे के रास्ते भी उधर से ही खुलेंगे।

स्टूडेंट रहें अल्र्ट

डॉ अब्बास ने कहा कि मौजूदा वक्त में सभी विद्यार्थियों को जरुरत है कि वे साइबर क्राईम को लेकर सचेत रहें। अगर किसी अपराध क प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शिकार हो रहे हैं तो उस पर साइबर क्लब के साथियों के साथ बात करें.खुल कर सामने आएं।

डिपार्टमेंट ऑफ ई एल एल के कॉर्डिनेटर डॉ विनय भरत ने तकऱीबन 150 विद्यार्थियों को क्लब की सक्रिय सदस्यता दिलाते हुए वचन लिया कि सभी सदस्य मिलकर साईबर या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से किसी भी प्रकार के हो रहे अपराध के विरुद्ध अपने विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एक जुट खड़े होंगे और साथ ही दूसरे छात्रों को साईबर अपराध के प्रति सेंशेटाइज करेंगे। आने वाले वक्त में छात्र मिलकर नुक्कड़, पोस्टर प्रतियोगिता और सेमिनार में शरीक होंगे ।

उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो तपन शांडिल्य और रजिस्ट्रार डॉ। नमिता सिंह के शुभाकामना संदेश को पढ़ा और छात्रों को हर सम्भव मदद देने की बात कही। वहीं कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दिल्ली विश्वविद्यालय से एल एल बी के इन्टर्न रंजन कुमार ने कहा कि साइबर क्राईम के दो तरीके हैं, जिसमें कम्प्यूटर को दूसरे कम्प्यूटर के माध्यम से टारगेट बना कर अटैक किया जाता है - मसलन हैकिंग से, वाईरस भेज कर या दौस के माध्यम से और जब कमप्यूटर को वीपन की तरह इस्तेमाल किया जाता है - जैसे साईबर टेरीरिज्म, क्रेडिट काड्र्स फ्रौड्स, प्रोनोग्राफी। इस मौके पर साईबर क्लब के डॉ राजेंद्र मेहता ने भी छात्रों को साईबर चोरी के प्रति छात्रों को अवेयर किया। इस दौरान साईबर क्लब के को -ऑर्डिनेटर डॉ पंकज कुमार, डॉ विनय भरत, डॉ अभय कृष्ण सिंह, डॉ। अनीता कुमारी, डॉ राजेंद्र कुमार, सईद जाफर अब्बास तथा ई एल एल के टीचिंग फैकल्टी सौरभ मुखर्जी समेत अन्य मौजूद थे।