रांची(ब्यूरो)। रांची में अभी सिटी बस चल रही है, लेकिन नगर निगम 240 सिटी बसें चलाने की तैयारी पूरी कर रहा है। इसके बाद सिटी बस में लोगों को आने-जाने के लिए किराये को लेकर बस वालों के साथ बहस नहीं करनी पड़ेगी। नगर निगम द्वारा सिटी बसों में किराया वसूलने के लिए ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा। इससे पैसेंजर को किराया देने में कोई परेशानी नहीं होगी। रांची नगर निगम ने इस सिस्टम को लगाने के लिए एजेंसी चयन का काम भी शुरू कर दिया है। एजेंसी का चयन होते ही अभी जितनी सिटी बसें शहर में चल रही हैं। उनमें सिस्टम लगाया जाएगा। उसके बाद जो नई बसें आएंगी, उसमें यह सिस्टम लगाया जाएगा।

टेंडर जारी

सिटी बस में फेयर कलेक्शन सिस्टम लगाने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है। इसमें पैसेंजर को सिटी बस में चढऩे के बाद क्यूआर कोड वाले टिकट का उपयोग करने का विकल्प भी होगा, जिसे निगम के मोबाइल ऐप या वेबसाइट पर डिजिटल रूप से प्राप्त किया जा सकता है।

इस साल 244 नई बसें

इस साल में रांची की सड़कों पर 244 नई सिटी बसें आ जाएंगी। रांची नगर निगम द्वारा 24 इलेक्ट्रिक और 220 नन इलेक्ट्रिक बसें खरीदने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसका भी टेंडर जारी कर दिया गया है।

200 स्टॉपेज भी बनेंगे

नगर निगम जल्द ही बसों के परिचालन के लिए कंपनी का चयन कर लेगी। इसके बाद चयनित कंपनी बसें खरीदकर उसे विभिन्न रूटों पर चलाएगी। नई खरीदी जाने वाली सभी बसें 25 से 30 सीटिंग कापासिटी वाली मिनी बसें होंगी। बसों के परिचालन के लिए 13 रूट निर्धारित किए गए हैं। इसके लिए रांची नगर निगम क्षेत्र में 200 बस स्टॉप बनेंगे और पुराने बस स्टॉप अपग्रेड किए जाएंगे। हर बस रोज 174 किमी की दूरी तय करेगी। 244 में से 220 नॉन एसी डीजल बसें होंगी, जबकि 24 एसी इलेक्ट्रिक बसें होंगी। शुरुआत में करीब 200 बसों का परिचालन शुरू हो सकता है बाकी बसें रिजर्व रखी जाएंगी।

रिंग रोड पर भी बसें

रांची नगर निगम क्षेत्र में यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने और निजी वाहनों का दबाव कम करने के लिए ये बसें चलाई जाएंगी। इसके अलावा रांची आसपास के 40 किलोमीटर क्षेत्र के शहर-गांवों तक भी ये बसें जाएंगी। बसों की खरीद और इसके परिचालन में करीब 605 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पीपीपी मोड पर बसों के परिचालन के लिए 3 पक्ष होंगे। रांची नगर निगम रूट तय करेगा और ऑपरेटरों को मिलने वाली राशि उपलब्ध कराएगा। ऑपरेटर-1 बसों का परिचालन करेगा और ड्राइवर मुहैया कराएगा, जबकि ऑपरेटर-2 का काम तकनीकी सुविधाएं देना होगा।

किराया भी कम होगा

नई सिटी बसों का परिचालन शुरू होने से यात्रियों की जेब पर बोझ कम होगा। कई रूट पर ऑटो और ई-रिक्शा यात्रियों से मनमाना भाड़ा वसूलते हैं, जबकि सिटी बसों का किराया काफी कम तय किया जाएगा। 2 किलोमीटर तक का किराया 5 रुपए, 2 से 5 किलोमीटर तक 10 रुपए, 5 से 10 किलोमीटर के लिए 15 रुपए और 10 किलोमीटर से अधिक होने पर यात्रियों को 20 रुपए किराया देना होगा। प्रत्येक दो वर्षों में 11 प्रतिशत किराया बढ़ाया भी जाएगा।

अभी 30 बसें चल रहीं

रांची नगर निगम को पहले भी करीब 250 बसें मिल चुकी हैं, लेकिन राजधानी में सिटी बस लोकप्रिय नहीं हो पाईं। तंग सड़कें और भारी जाम के अलावा बस ऑपरेटरों की मनमानी के कारण लोग सिटी बसों को नजरअंदाज करते हैं। वहीं नगर निगम भी बसों की सही तरीके से मॉनिटरिंग नहीं कर पाया। इस वजह से अधिकतर बसें खराब हो गईं। 2005 में नगर निगम को 51 सिटी बसें मिली थीं। इनमें से 20 ही सड़क पर उतर पाईं, 31 बसें नगर निगम के स्टोर में रखे-रखे कबाड़ हो गईं। वहीं 2009 में भी 200 सिटी बसें खरीदी गई थीं, इनमें से 160 कबाड़ हो गईं। सिर्फ 40 बसें ही चल रही हैं।