रांची (ब्यूरो) । बुधवार को नंदन पैलेस, हटिया में सद्गुरु रितेश्वर जी महाराज द्वारा आयोजित हनुमंत कथा रहस्यमय पाठ के दूसरे दिन सद्गुरु रितेश्वर जी महाराज की चौपाई की गूंज और श्री कृष्ण राधा की वंदना सभी के मन को तृप्त और आनंदमय कर रही थी।

सबके भीतर श्रीराम है इस वाणी की गूंज से नंदन पैलेस आनंदमय हो गया।

सदगुरु महाराज ने कहा हनुमान जी का भी जुड़ाव झारखंड की धरती से है यह भगवान बिरसा मुंडा की धरती है यह अनोखा पहल किया जा रहा है। बीज बोने के पहले भूमि का उत्तम होना जरूरी है। विज्ञान प्रकाष्ठा पर है आयु के इतने दिन नहीं जितना वास्तु का अविष्कार हो रहा। हम चाहे तो जान कर भी वास्तु का नाम नहीं जान सकते इतने वास्तु और शास्त्र हैं।

सभी बोलना चाहते हैं

सद्गुरु रितेश्वर जी महाराज ने श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए कहा कि भारत ही नहीं दुनिया की परेशानी है सब बोलना चाहते हैं कोई सुनने को राजी नहीं, बोलने की भी भूमिका है गुरु चरण की सेवा चिंतन और सोच से जो वाणी उत्पन्न होती है,

मनुष्य का जीवन दुर्लभ है शरीर कब छोड़ जाएगा पता नहीं चलता जीवन आनंदित भाव से जीना चाहिए प्रसन्न चित्त होकर

गुरु के तरफ से प्रसाद के तौर पर प्रसन्नता मिलता है।

बड़े-बड़े लोग हनुमान चालीसा से मैनेजमेंट सीखते हैं गुरुदेव ने कहा तन का ब्यूटी पार्लर बहुत है सुंदरकांड मन का ब्यूटी पार्लर है और यह मेरे द्वारा लिखी गई एक किताब है।

मन स्वस्थ है तो जीवन मस्त

उन्होंने कहा कि मन के ऊपर काम करने की जरूरत है मन स्वस्थ है तो जीवन मस्त है। हमें हमारे क्षेत्रीय भाषा से प्रेम करना चाहिए तभी विकास हो पाएगा। जीवन तड़पने के लिए नहीं मस्ती के लिए मिला है।

हमारे नायक श्री राम है श्री कृष्ण है, जिसके जीवन में शंका है वही लंका है, जिसके जीवन में विश्वास है वह वृंदावन है, माता-पिता को अपना आइडल मानो, संस्कार और संस्कृति याद रखनी चाहिए। गुरुदेव ने आखिरी में यह भी कहा की गुरुकुल संस्कृति अपनाएं सनातन बोर्ड बने नहीं तो हमेशा अंतिम रहेंगे हमलोग। झारखंड प्रदेश प्रोफेशनल्स कांग्रेस के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जायसवाल ने द्वितीय दिन की कथा शुरू होने के पूर्व आरती की और सद्गुरु की भेंट प्राप्त आशीर्वाद लिया। पाठ में यदुनाथ पांडेय, अनिल ठाकुर और सीपी सिंह शामिल हुए।

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