रांची (ब्यूरो)। रांची के दुकानदारों का कहना है की कोरोना काल से पहले चाइनीज पिचकारी की डिमांड सबसे ज्यादा हुआ करती थी। पर अब ऐसा नहीं है, लोग अब देसी पिचकारियां ही लेना पसंद कर रहें हैं और इसका कारण इनकी अ'छी फिनिशिंग भी है। इसका एक और कारण यह है कि अब देश में ही ऐसी पिचकरियां बनने लगी हैं जो पहले सिर्फ चाइना से ही बनकर आती थी। अपने देश में बनी पिचकारी चाइनीज के मुकाबले 25-30 प्रतिशत सस्ती भी है। दुकानदारों का कहना है कि चाइनीज है तो सस्ती ही होगी पर ऐसा नहीं है। बाहर से मंगाने के कारण दुकानदारों को टैक्स भी ज्यादा देना पड़ता था, पर अपने देश से ही पिचकारी मंगाने पर दुकानदारों को टैक्स कम देना पड़ता है।

20 रु से लेकर 1200 तक

देसी पिचकारियों में कई सारी वेरायटी मार्केट में मौजूद है, जिसमें लोग सबसे 'यादा वाटर टैंक और पे्रशर गन खरीदना पसंद कर रहें है। इनकी कीमत 'यादा होने के बाद भी लोगों को काफी पसंद आ रही है।

बच्चों की पसंद वाटर टैंक

इस बार मार्केट में एक नई तरह की पिचकारी वाटर टैंक ब'चों को काफी आकर्षित कर रही है। वाटर टैंक बैग पर ब'चों को आर्कर्षित करने के लिए सुपरहीरो और कई तरह के कार्टून बनाए गए हैैं, जिससे ब'चे उसे ज्यादा पसंद कर रहे हैैं।

मोदी मास्क की सबसे ज्याद डिमांड

होली के लिए मार्केट में कई तरह के मास्क भी मार्केट में मौजूद हैं, जिसमें मोदी मास्क की डिमांड सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है। इसकी कीमत कीमत भी बाकी मास्क से ज्यादा है। जहां बाकी मास्क 40 से 80 रुपए तक का है, वहीं मोदी मास्क की कीमत 100 रुपए प्रति पीस है। 2014 के बाद से ही मोदी मास्क मार्केट में धूम मचा रहा है जो आज भी लोगों के बीच सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। इसके अलावा मनी हिस्ट मास्क भी युवाओं के बीच काफी पसंद किया जा रहा है।