रांची(ब्यूरो)। पार्किंग की समस्या सिर्फ राजधानी की सड़कों, मार्केट और मॉल के आसपास ही नहीं है, बल्कि सिटी के एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड भी इससे अछूते नहीं हैं। रेलवे स्टेशन पर हर दिन हजारों लोग पहुंचते हैं, कोई सिटी से बाहर जा रहा होता है तो कोई दूसरे राज्य या जिले से रांची आता है। उन्हें रिसीव करने वाले रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं। ऐसे में हर दिन सैकड़ों टू व्हीलर, फोर व्हीलर स्टेशन आते हैं। लेकिन यहां ढंग का पार्किंग प्लेस नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पार्किंग नहीं होने का फायदा ठेकेदार और वसूली गैंग उठाते हैं। पिक एंड ड्रॉप में आने वाले यात्रियों से हर जगह वसूली की जाती है। लोगों से मनमाना पैसा वसूला जाता है। इसका विरोध करने पर उनके साथ बदतमीजी भी की जाती है। लेकिन न तो रेलवे प्रबंधन न ट्रैफिक और न ही पुलिस विभाग इस दिशा में कोई ध्यान दे रहा है।

50 रुपए लेते हैं चार्ज

रेलवे स्टेशन पर आने वाला प्राइवेट व्हीकल हो या फिर कैब, सभी से मनमाना शुल्क लिया जा रहा है। पार्किंग में होने वाली समस्याओं की शिकायत पैसेंजर की ओर से की जाती है, लेकिन उनका निराकरण नहीं किया जा रहा। यात्री स्टेशन पर उतरने के बाद भले ही गाड़ी ऑनलाइन बुक करते हैं, लेकिन उनसे भी पिक एंड ड्रॉप चार्ज लिया जाता है। यही नहीं, प्राइवेट वाहन चालक से भी स्टेशन पर आते ही पिक एंड ड्रॉप में 50 रुपए शुल्क वसूला जाता है। इसकी शिकायत भी रेलवे से की गई है। हटिया और रांची दोनों रेलवे स्टेशनों पर इस तरह के मामले सामने आए हैं।

वीआईपी व्हीकल से चार्ज नहीं

पार्किंग शुल्क हो या पिक एंड ड्रॉप के नाम पर वसूली, सिर्फ आम नागरिकों से ही यह वसूला जा रहा है। वहीं, जब वीआईपी व्हीकल स्टेशन पर आता है उनसे किसी प्रकार की कोई राशि नहीं ली जाती है। जबकि सामान्य वाहन या फिर कैब द्वारा पैसेंजर को स्टेशन पर छोड़कर आते ही उनसे पैसे ले लिये जाते हैं। इसके लिए पिक एंड ड्रॉप लेन मेें वसूली गैंग के एजेंट चेयर लगाकर बैठे रहते हैं। आते-जाते हर किसी पर ये लोग नजर रखते हैं।

पार्किंग शुल्क का बोर्ड नहीं

रांची रेलवे स्टेशन के पिक एंड ड्रॉप एरिया से निकलते समय गेट पर चेयर लगाकर बैठा व्यक्ति पैसे की डिमांड करता है। लेकिन यहां किसी प्रकार का न तो कोई बोर्ड लगा है और न ही पार्किंग संबंधित किसी प्रकार की कोई सूचना दी गई है। लेकिन यहां से गुजरने वाले सभी तरह के दो पहिया और चार पहिया वाहन चालकों को पिक एंड ड्रॉप से जाने के बाद पैसा अनिवार्य कर दिया गया है। यह किसके कहने पर किया गया है, इसकी जानकारी भी किसी के पास नहीं है।

जानें क्या है पिक एंड ड्रॉप रूल

5 मिनट में यात्री को छोड़कर वाहन लेकर निकल जाना है। पिक एंड ड्रॉप में यात्री को 5 मिनट का समय दिया जाता है कि वे यात्री को छोड़कर वाहन लेकर उस लेन से बाहर चले जाएं। पांच मिनट से ज्यादा होने पर शुल्क लगता है। लेकिन रांची और हटिया रेलवे स्टेशन पर किसी प्रकार का कोई नियम का पालन नहीं किया जाता है। यहां पिक एंड ड्रॉप शुल्क के नाम पर 50 रुपए चार्ज देना ही है। इसका विरोध करने पर एजेंट विरोध करने वाले से ही उलझ पड़ते हैं।

पार्किंग शुल्क के रूप में वसूली की जानकारी मिली है। इसकी जांच कराई जा रही है। मामले की सत्यता पाए जाने पर पार्किंग चालक पर कार्रवाई की जाएगी।

-निशांत कुमार, सीनियर डीसीएम, रांची स्टेशन