--चुनाव से पहले जेल भेजने का टारगेट
झारखंड विधानसभा चुनाव को देखते हुए झारखंड पुलिस फरार चल रहे वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान शुरू की है। इसे देखते हुए पुलिस को विशेष टास्क भी दिया गया है। आदेश पर सभी जिलों ने अमल करना भी शुरू कर दिया है। पुलिस फरार चल रहे वारंटियों की गिरफ्तारी में लगी है। पुलिस मुख्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक झारखंड के सभी 24 जिलों और रेल क्षेत्र जमशेदपुर और धनबाद में कुल 13,449 वारंटी हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए सभी जिलों के एसपी को विशेष टास्क दिया गया है।
अभियान शुरू, पुलिस को विशेष टास्क
दागी और फरार चल रहे वारंटियों से चुनाव में हिंसा की आशंका रहती है। ऐसे में चुनाव से पहले सभी वारंटियों की गिरफ्तारी का आदेश जारी किया गया है। आदेश पर सभी जिलों ने अमल करना भी शुरू कर दिया है। रांची में दिन रात पुलिस फरार चल रहे वारंटियों की गिरफ्तारी में लगी है।
रांची से 50 को पहुंचाया जेल
जानकारी के अनुसार, अब तक केवल रांची से 50 से अधिक वारंटियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है। पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक 15 सितंबर 2019 तक कुल वारंटियों की संख्या 31,940 थी। पुलिस ने अभियान चलाकर राज्यभर में 58 फीसदी वारंट तामील कराया है। हालांकि 42 फीसदी वारंटी अभी भी फरार चल रहे हैं।
किस जिले में कितने वारंटी
गुमला:1,501 (सर्वाधिक)
रांची:1,227
खूंटी:1,100
लोहरदगा:340
सिमडेगा:271
चाईबासा:650
जमशेदपुर: 673
सरायकेला: 432
हजारीबाग:544
गिरिडीह:347
चतरा:584
कोडरमा:190
रामगढ़:182
धनबाद:1059
बोकारो :740
पलामू:840
गढ़वा:481
लातेहार:511
दुमका:253
देवघर:278
जामताड़ा:107
गोड्डा:250
पाकुड़:160
साहिबगंज:334
रेल धनबाद:243
रेल जमशेदपुर: 61
किन जिलों का बेहतर परफॉमर्ेंस
वारंटियों की गिरफ्तारी के मामले में कई जिलों का प्रदर्शन बेहतर रहा है। सिमडेगा में 72 फीसदी, गिरिडीह में 75 फीसदी, गढ़वा में 72 फीसदी, जामताड़ा में 74 फीसदी, पाकुड़ में 70 फीसदी वारंटियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। वहीं, रेल धनबाद, धनबाद जिला, रामगढ़, सरायकेला, जमशेदपुर, गुमला में 50 फीसदी से कम वारंट तामील करवायी गयी है
वर्जन
रांची पुलिस वारंटियों की लगातार तलाश कर रही है। शहर में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं।
अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची