RANCHI: रमजान के महीने के तीसरे जुमे की नमाज शहर के मस्जिदों में अदा की गई। इसी के साथ 17 मई से रोजा रख रहे लोगों का 16 रोजा मुकम्मल हो गया। मौजूदा अशरे में भी लोगों की तिलावत जारी है। शुक्रवार को नमाज के लिए मस्जिदों में इतनी भीड़ उमड़ी की प्राय: हर मस्जिद के बाहर नमाजियों को सड़क या किसी दुकान के अहाते में ही नमाज अदा करनी पड़ी। सिटी में दूसरे जिलों से मार्केटिंग-शॉपिंग के लिए पहुंच रहे लोगों की बड़ी तादाद के कारण भी मस्जिद फुल हो जा रहे हैं। वैसे रमजान के महीने में किसी जुमे की नमाज लोग छोड़ना नहीं चाहते। इसी पाबंदी के कारण शहर के सभी मस्जिद और खानकाह भरे नजर आ रहे हैं।

तीसरे अशरे में एतेकाफ की तैयारी

मस्जिदों में एतेकाफ पर बैठने वालों ने भी तैयारी शुरू कर दी है। तकरीबन हर मस्जिद में इस बार 8 से 10 लोग एतेकाफ पर बैठेंगे। बड़ी संख्या में युवा भी एतेकाफ कर रहे हैं। चार दिनों के बाद यानी 21 रमजान के दिन एतेकाफ में बैठने वाले मस्जिद के अंदर चले जाएंगे और ईद का चांद नजर आने तक वहीं रहेंगे। इस दौरान वे किसी से ज्यादा बातचीत भी नहीं करेंगे और सिर्फ अल्लाह की इबादत में खुद को समर्पित कर देंगे।

शुरू हुई ईद की शॉपिंग, बाजार गुलजार

रमजान का आधा हिस्सा गुजर चुका है। इस बार बाजार में दिन से ज्यादा रात में भीड़ हो रही है। चूंकि, दिन में गर्मी ज्यादा पड़ रही है, इसलिए लोग शाम को रोजा खोलने के बाद शॉपिंग के लिए निकल रहे हैं। महिलाओं और बच्चों में ज्यादा उत्साह देखा जा रहा है। शुरुआती दौर में कपड़ों की शॉपिंग चल रही है। इसके बाद फुटवीयर और हाउसहोल्ड आइटम्स की खरीदारी होगी। सिटी के बाजार स्थित बीणा वस्त्रालय के संचालक रतन मोदी बताते हैं कि इस बार मौसम की उठापटक के बावजूद बाजार गुलजार है। भारी संख्या में लोग खरीदारी के लिए उमड़ रहे हैं। शाम को साढ़े सात बजे के बाद ज्यादा लोग खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं।

नन्हे रोजेदार: इबादत में भूल गए भूख-प्यास

सिटी के नन्हे रोजेदारों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। कई अलग-अलग मोहल्लों से लोग दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को अपने बच्चों की तस्वीरें भेज रहे हैं, जो इस साल रोजे रख रहे हैं। इन रोजेदारों को न भूख सता रही है और न प्यास की शिद्दत ही महसूस हो रही है। उत्साह के साथ वे सुबह सेहरी के लिए उठ जाते हैं और दिन भर पूरी तन्मयता के साथ इबादत करने के बाद शाम को इफ्तारी में शामिल होते हैं। मोरहाबादी के हरिहर सिंह रोड निवासी सैयद रिजवी और नाजिया के आठ वर्षीय पुत्र दिलकश ने इस बार अपना पहला रोजा रखा। रमजान शुरू होते ही दिलकश रोजा रखने की जिद करने लगा था। उसकी जिद के कारण ही उसे रोजा रखने की इजाजत मिली। शुक्रवार को दिलकश ने जुमे की नमाज भी अदा की। दिलकश की मम्मी ने उसकी पसंद की केक और आइसक्रीम इफ्तारी के लिए तैयार की, जिससे वह बहुत खुश भी नजर आया। इधर मेन रोड निवासी लोक सेवा समिति के अध्यक्ष मो नौशाद खान के बेटे अली बिन नौशाद और बेटी मरियम ने भी रोजा रखा है। दोनों भाई-बहन मिलकर इबादत भी करते हैं। इसके अलावा कडरू स्थित अरगोड़ा स्टेशन निवासी सीमा की पुत्री पीहू भी रोजे रख रही है। कांके रोड चांदनी चौक स्थित न्यू इंडियन पब्लिक स्कूल के स्टूडेंट आतिफ अहमद ने भी इस बार रोजा रखा है। आतिफ की उम्र साढ़े छह साल है। इसी प्रकार कई अन्य बच्चे भी रोजा रख रहे हैं।