रांची(ब्यूरो)। राजनी-टी के मंच पर युवाओं ने कहा कि चुनाव एक अहम पड़ाव होता है। जब हमें अपने क्षेत्र के सुनहरे भविष्य के लिए योग्य उम्मीदवार को चुनने का अवसर मिलता है। पांच साल के लिए नेता चुन कर देते हैं, जो आने वाले समय में क्षेत्र के विकास और जन समस्याओं के समाधान पर काम करते हैं। इसी बात को ध्यान में रखकर हमें अपना नेता चुनना चाहिए। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा आयोजित राजनी-टी में युवाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और राजनीति पर अपने-अपने विचार साझा किए। डंगरा टोली में इस राजनी-टी का आयोजन किया गया, जहां युवाओं ने विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बातें रखीं। किसी ने ऑनलाइन वोटिंग को एक नया बदलाव बताया तो किसी ने यूनिफार्म सिविल कोड लागू करने के समर्थन में अपनी बात रखी।
मंच दे रहा डीजे आईनेक्स्ट
झारखंड के संदर्भ में यह चुनावी वाला साल है। अगले दो महीने के अंदर लोकसभा चुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे। वहीं विधानसभा चुनाव भी इसी वर्ष संपन्न होना है। ऐसे में डीजे आईनेक्स्ट अपने पाठकों के बीच पहुंच कर उनसे राजनीति पर उनके विचार जानने की कोशिश कर रहा है। हर दिन अलग-अलग इलाकों में इस परिचर्चा का आयोजन हो रहा है, जिसे यूथ भी पंसद कर रहे हैं। युवाओं का कहना है कि वे काफी कुछ कहना चाहते हैं, लेकिन उन्हें उचित मंच नहीं मिल पाता। जिस कारण विचार रख नहीं पाते। मंच उपलब्ध कराने के लिए यूथ ने डीजे आईनेक्स्ट का आभार जताया है।

क्या कहते हैं यूथ
मैं एक भारतीय नागरिक हूं। मुझे लगता है कि देश में यूसीसी यानी की यूनिफार्म सिविल कोड लागू होना चाहिए। एक देश एक कानून लागू होने से देश में समानता आएगी। सभी के लिए एकसमान कानून होगा। यह कानून अलग-अलग धर्म के लोगों को एक सूत्र में बांधने का काम करेगा। एक देश में हर व्यक्ति, जात, धर्म के लोगों के लिए एक कानून होना जरूरी है।
-संतोष कुमार

देश में महिला आरक्षण लागू तो कर दिया गया है, लेकिन इसमें कुछ और सुधार और छूट की जरूरत है। महिलाओं के लिए देश में कई कानून बने हैं। यह कानून तो पर्याप्त है, लेकिन इसे सख्ती से लागू होना चाहिए। महिलाओं को न्याय मिलने में लंबा वक्त लग जाता है, जिसका लाभ अपराधियों को मिल जाता है।
- चांदनी कुमारी

लड़कियों के लिए निर्धारित शादी की उम्र 18 साल है। सही मायने में देखा जाए तो यह उम्र शादी के लिए सही नहीं है। 18 साल में किसी भी लड़की में समझदारी नहीं आ पाती। शादी की उम्र बढ़ाकर न्यूनतम 21 वर्ष कर देनी चाहिए। इस उम्र में सोचने-समझने की क्षमता आ जाती है। लड़की अपना भला-बुरा सोच सकती है। साथ ही उसे पढऩे और करियर बनाने के लिए भी वक्त मिल जाता है।
-अंजली कुमारी

वन नेशन वन इलेक्शन देशहित में है। इस प्रक्रिया से प्रत्येक प्रतिनिधित्व का चयन सही से हो पाएगा। जिसका फायदा यह होगा कि सभी क्षेत्र के लिए कम समय में उम्मीदार का चयन हो सकेगा। इससे देश को आर्थिक लाभ भी होगा। फिजूल खर्च से बचेगा। विकास कार्य करने के लिए पर्याप्त समय भी होगा। राज्य और देश का डेवलपमेंट भी हो सकेगा। इसके लिए वन नेशन वन इलेक्शन जरूरी है।
- पिंटू कुमार

आज भारत में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। यही वजह है बेरोजगारी की समस्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सरकारी नौकरी के लिए वैकेंसी तो आती है, लेकिन इसमें दस गुणा अधिक आवेदन आ जाते हैं। वहीं नेता-मंत्री और पहुंच वाले अपने बच्चों के लिए सीट रिजर्व करा लेते हैं, जिससे योग्य व्यक्ति को नौकरी नहीं मिल पाती। जनसंख्या में नियंत्रण से बेरोजगारी की समस्या भी दूर होगी।
- रितेश कुमार

चुनाव लडऩे के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 25 साल सही है। इस उम्र तक राजनीति के बारे में भी काफी समझ आ जाती है। चुनाव लडऩे के लिए राजनीति के अलावा दूसरे विषयों की भी समझ होनी चाहिए। उम्मीदवार को चुनाव लडऩे से पहले लोगों की समस्या, क्षेत्र की समस्या के बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए। सिर्फ पैसा कमाना उद्देश्य नहीं होना चाहिए।
- निक्की कुमारी


मेरे लिए पार्टी या कोई उम्मीदार मायने नहीं रखता। मैं काम के आधार पर वोट करूंगी। पहले के किए गए कामों का भी एनालाइसिस होना चाहिए। मेनिफेस्टों भी एक अहम दस्तावेज है। युवाओं के लिए जरूरी है, शिक्षा और रोजगार। इसलिए शिक्षा और रोजगार की बात करने वाले उम्मीदवार को ही वोट दूंगी। आरक्षण के कारण हुनर दबा रह जाता है।
- माही कुमारी

आरक्षण आज एक बड़ी समस्या हो चुकी है। बहुसंख्यक समुदाय के अनुसार आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए। सभी लोगों के लिए एक नियम होना चाहिए। क्योंकि आरक्षण के कारण योग्य व्यक्ति को उसका अधिकार नहीं मिल पाता, जो अयोग्य होते हैं उन्हें आरक्षण का फायदा मिल जाता है। जेनरल स्टूडेंट्स जिनमें हुनर तो है लेकिन मध्यम या निम्न परिवार से आने के कारण उन्हें निराश होना पड़ता है।
- आकाश सोनी।

वोट फॉर बेस्ट
चुनाव में सोच समझकर अपने वोट का इस्तेमाल करना चाहिए। बेस्ट उम्मीदार का सेलेक्शन हो, यह ध्यान में रखना चाहिए। अच्छे और समझदार व्यक्ति, जो शिक्षित हों और जिनका विजन क्लियर हो उन्हें ही वोट करें। वोटिंग प्रक्रिया को आसानी बनाने के लिए जरूरी है, इसे ऑनलाइन कर दिया जाए।
-रेणुका कुमारी


मेरा मुद्दा
-हायर स्टडी के लिए फैसिलिटी दी जाए।
-बेरोजगारी दूर करने की दिशा में काम हो।
-शिक्षा के क्षेत्र में काम होना चाहिए।
-स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाए जाएं।
-उद्योग-धंधों को बढ़ावा दिया जाए।