रांची (ब्यूरो)। दो दिन पहले ही झारखंड लोक सेवा आयोग ने 49 अभ्यर्थियों को अयोग्य घोषित कर दिया था। आयोग ने यह कार्रवाई इसलिए की थी, क्योंकि सभी अभ्यर्थियों के ओएमआर शीट गायब थे और उन्हें पीटी में पास घोषित कर दिया गया था। आायोग के इस कदम के बाद पीटी में असफल हुए ज्यादातर अभ्यर्थियों में उबाल है। वे जानना चाहते हैैं कि आखिर बिना ओएमआर शीट वालों को कैसे सफल घोषित कर दिया गया और आखिर किस परिस्थितियों में उन्हें अयोग्य घोषित किया गया। साथ ही अभ्यर्थी यह भी पूछ रहे हैैं कि जिन्हें परीक्षा में असफल घोषित किया गया है, उनके मूल्यांकन में कितनी पारदर्शिता बरती गई। इसे लेकर अब वे पीटी रद्द करने, दोषी अफसरों पर एफआईआर दर्ज करने और झारखंड में सिविल सेवा की परीक्षा यूपीएससी से कराने की मांग करने लगे हैैं।

भविष्य होगा बर्बाद

सत्याग्रह पर बैठे अभ्यर्थियों का साफ कहना था कि आयोग में चल रहे गड़बड़झाले का खामियाजा बेरोजगार युवकों को भुगतना पड़ेगा। ट्रांसपैरेंट तरीके से परीक्षा होती, तो अब तक जितने आरोप लगे हैैं, वे नहीं लगते। सीरियल नंबर से एक ही सेंटर के प्रतिभागियों को पास करने से संदेह और गहरा हो गया है। अभ्यर्थियों के पास ढेर सारे सवाल हैैं, जिनके जवाब वे जेपीएससी से चाहते हैैं।

क्या है आयोग का पक्ष

परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी पर लगाए गए आरोप पर जवाब देेते हुए आयोग के सचिव ने कहा है कि दो परीक्षा केंद्रों के संबंध में लगातार क्रमांक से अभ्यर्थियों के प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने की अपरिहार्य स्थिति उत्पन्न हुई है। इसके लिए अभ्यर्थियों को उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता। यह भी कहा है कि इसमें कदाचार नहीं हुआ है। आयोग के अनुसार, ऐसे अभ्यर्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया कि उन्हें अभी औपबंधिक रूप से सफल घोषित किया जाए। साथ ही जांच की कार्रवाई जारी रहेगी। आयोग के अनुसार केवल कुछ अभ्यर्थियों के लिए पूरे परीक्षा परिणाम को रोक कर नहीं रखा जा सकता।

नहीं जारी होगी माक्र्स शीट

जेपीएससी ने पीटी में अभ्यर्थियों के माक्र्स शीट जारी करने को अनावश्यक बताते हुए इससे इंकार कर दिया है। आयोग के अनुसार, परीक्षा के समय प्रत्येक अभ्यर्थी को ओएमआर उत्तर पुस्तिका की कार्बन कापी दी जा चुकी है। सभी सफल और विफल अभ्यर्थियों के माक्र्स शीट जारी करने का अनुरोध परीक्षा प्रक्रिया की जानकारी के अभाव को दर्शाता है।

15 गुना अभ्यर्थी पास

जेपीएससी ने हर श्रेणी में रिक्ति के विरुद्ध 15 गुना अभ्यर्थियों को पास घोषित किया है। हालांकि आयोग इस संख्या को जारी करने के लिए बाध्य नहीं है। फिर भी अपवाद के रूप में दिव्यांग श्रेणी की संख्या जारी की जा चुकी है। इस श्रेणी में कुल सात रिक्तियों के विरुद्ध 107 अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा में सफल हुए हैं, जो 15 गुना से अधिक है।