RANCHI: एक ओर कोरोना महामारी को लेकर सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। हर दिन बैठक और नए-नए आदेश जारी हो रहे हैं। राजधानी रांची में मास्क को लेकर आदेश जारी हुआ, जिससे संक्रमण की चेन फैलने से रोकी जा सके। मास्क चेकिंग अभियान भी शुरू हो गया है। वहीं दूसरी ओर एजुकेशन डिपार्टमेंट खुद ही बीमारी बाटंने का काम कर रहा है। दरअसल, इन दिनों पीजी विभाग के थर्ड सेमेस्टर में रिएडमिशन लिया जा रहा है। लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण स्टूडेंट्स काफी परेशानी हो रहे हैं। एमएससी थर्ड सेमेस्टर में रिएडमिशन के लिए रांची यूनिवर्सिटी की बेसिक साइंस बिल्डिंग में चालान जमा लिया जा रहा है, जहां स्टूडेंट्स की काफी भीड़ उमड़ रही है। लेकिन मैनेजमेंट नाम की कोई व्यवस्था एडमिशन सेंटर के बाहर नहीं की गई है। कोरोना जैसी महामारी के बीच लगभग दो सौ से भी अधिक स्टूडेंट्स एक ही जगह जमा हुए, जिसमें कई ने मास्क भी नहीं लगा रखा था।

बैंक हड़ताल से बढ़ी परेशानी

रिएडमिशन की प्रक्रिया 17 मार्च से ही शुरू हो चुकी है। लेकिन बैंक हड़ताल होने की वजह से स्टूडेंट्स अपना फार्म सब्मिट नहीं कर पा रहे थे। गुरुवार को बैंक खुलने के बाद स्टूडेंट्स चालान जमा करने बेसिक बिल्डिंग पहुंच गए। बताया कि 22 मार्च ही लास्ट डेट दी गई थी, लेकिन 21 मार्च को संडे होने के कारण समय कम था। यही वजह है कि अधिक संख्या में स्टूडेंट्स रिएडमिशन कराने के लिए जमा हो गए। हालांकि, गुरुवार को ही डिपार्टमेंट की ओर से स्टूडेंट्स को डेट बढ़ने की सूचना दी गई। अब 25 मार्च तक स्टूडेंट्स एडमिशन करा सकेंगे।

सिर्फ दो काउंटर में ले रहे चालान

बेसिक साइंस बिल्डिंग में चालान जमा करने के लिए सिर्फ काउंटर बनाए गए हैं। एक कांउटर में कॉमर्स स्टूडेंट्स का चालान जमा लिया जा रहा था वहीं दूसरे में साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट्स लाइन में लगे थे। हालत ऐसी थी कि लड़के और लड़कियां दोनों को एक ही काउंटर पर खडे़ होकर पैसा जमा करना पड़ रहा था। चालान जमा ले रही यूनिवर्सिटी ब्रांच के चीफ मैनेजर संजय कुमार ने बताया कि बैंक के छह स्टाफ्स लगे हैं। काउंटर बढ़ाने की जिम्मेवारी यूनिवर्सिटी की है। फिर भी जितना ज्यादा से ज्यादा हो सकता है। हम लोग काम कर रहे हैं। इधर स्टूडेंट्स ने भी काउंटर बढ़ाने की मांग की है।

बहुत परेशानी हो रही है। सुबह दस बजे से लाइन लगी हूं। एक बज गया अब तक नंबर नहीं आया है। काम भी बहुत स्लो हो रहा है।

- स्मिता कुमारी

डिपार्टमेंट को काउंटर बढ़ाना चाहिए। सिर्फ एक काउंटर से भीड़ नहीं संभलेगी। स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है।

- दीपक महतो

इतनी गर्मी में खडे़-खडे़ हालत खराब हो गई है। सुबह ही एडमिशन के लिए कॉलेज आ गए थे, फार्म भरने के बाद लाइन में लगे।

- राकेश कुमार

सरकार कोरोना से बचने की अपील कर रही है। लेकिन डिपार्टमेंट बीमारी बांटने का काम कर रहा है। कोई भी स्टूडेंट संक्रमित निकला तो सब को बीमारी फैल जाएगी।

- सुमाना मुर्मू

जब क्लास ऑनलाइन हो सकती है तो रिएडमिशन भी ऑनलाइन हो सकता था और चालान भी ऑनलाइन जमा कर सकते थे। लेकिन यूनिवर्सिटी की लापरवाही स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है।

- शिल्पी पाठक