रांची (ब्यूरो) । राजधानी रांची में शराबियों की अड्डेबाजी हर शाम बर्बाद कर रही है। सूरज ढलते ही शराब के शौकीन जहां-तहां अड्डा जमा लेते हैं। गली-मोहल्ले हों, प्रमुख सड़क, शराबियों से कोई जगह नहीं बची है। एक बार फिर से मोरहाबादी मैदान में शराबियों व जुआरियों का जमावड़ा लगने लगा है। मोरहाबादी में मॉर्निंग के लिए आने वाले लोगों ने इस संबंध में प्रशासन से शिकायत भी की है। लोगों का कहना है कि हर दिन शाम सात बजे के बाद ग्राउंड के इर्द-गिर्द शराबियों की अड्डाबाजी हो रही है। सुबह मॉर्निंग वाक के लिए आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कदमों के नीचे शराब और बियर कीे बोतलें आती हैं। कई बार शराब पीने वाले शराब की बोतल फोड़कर सड़क पर ही फेंक देते हैं। इस कारण मॉर्निंग वाक करने वाले घायल भी हो चुके हैं। लोगों ने प्रशासन से सख्ती के साथ गश्ती कराने की मांग की है।

बड़ा तालाब नशेडिय़ों का अड्डा

सिर्फ मोरहाबादी ही नहीं, बल्कि राजधानी रांची के अलग-अलग विभिन्न इलाकों में नशेडिय़ों और शराबियों का जमावड़ा लग रहा है। बड़ा तालाब जिसे विवेकानंद सरोवर के नाम से भी जाना जाता है, यहां भी नशेड़ी और शराबी अड्डेबाजी कर रहे हैं। यहां तो वे शाम का इंतजार भी नहीं करते, पूरे दिन नशेड़ी जमे रहते हैं। छोटे-छोटे ब'चों से लेकर युवा और अधेड़ व्यक्ति भी यहां आकर नशापान करते हैं। बड़ा तालाब के आस-पास पुलिस पेट्रोलिंग तो करती है, लेकिन तालाब के समीप बने पार्क के अंदर पुलिस नहीं जाती, जिसका फायदा शराबी उठाते हैं। पूरे दिन यहां डेंड्राइट, सुलेशन का नशा करने वाले घूमते रहते हैं। इस कारण पूरे तालाब परिसर में माहौल खराब रहता है। आए दिन यहां मारपीट और छिनतई की खबरे आती रहती हैं। बड़ा तालाब के अलावा लालपुर, पुंदाग, जगन्नाथपुर, हरमू रोड, डोरंडा में भी शराबियों ने उत्पात मचा रखा है।

खुले में पीने पर कार्रवाई नहीं

सिटी में खुले में शराब पीने पर कोई कार्रवाई नहीं होती। पुलिस भी ऐसे लोगों को अनदेखा कर आगे बढ़ जाती है। जिस कारण बड़े आराम से और बेरोक-टोक असामाजिक व्यक्ति अपना काम करते हैं। मोरहाबादी मैदान में युवा कार लगाकर उसी में बैठकर शराब पीते हैं। ग्रुप बनाकर युवक यहां स्मोकिंग करते हैं। कई युवा ग्राउंड के इर्द-गिर्द बैठकर गांजा भी फूंकते हैं। अड्डेबाजी के कारण ही यहां बीते साल बड़ी कार्रवाई हुई थी। पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के आवास के समीप होने वाली अड्डेबाजी पर पुलिस ने रोक लगा दी, लेकिन अब ऑक्सीजन पार्क की ओर भी पहले की ही तरह अड्डेबाजी होने लगी है।

लड़कियां भी नहीं हैं पीछे

हैरानी की बात यह है कि नशेबाजी में लड़कियां भी किसी से पीछे नहीं हैं। स्मोकिंग और डिं्रकिंग में वो भी अपनी बड़ी भूमिका निभा रही हैं। राजधानी रांची का कल्चर बड़ी तेजी से बदल रहा है। यूथ वेस्टर्न कल्चर अपना रही है। पान की दुकान और पेड़ के नीचे लड़कों के साथ लड़कियां भी धुआं के छल्ले उड़ा रही हैं। वो सिर्फ स्मोकिंग तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि ड्रिंकिंग में भी बराबरी की हिस्सेदारी निभा रही हैं। वहीं स्कूल यूनिफार्म में भी लड़के-लड़कियां स्मोकिंग करते नजर आ जाते हैं। न तो स्कूल प्रबंधन, न प्रशासन और न ही पेरेंट्स इसे गंभीरता से ले रहे हैं।

धूम्रपान गैरकानूनी पर कार्रवाई नहीं

ऐसे लोगों पर पुलिस की कोई पाबंदी नहीं। जबकि पब्लिक प्लेस में धूम्रपान करना भी गैरकानूनी है। लेकिन राजधानी का हाल ऐसा है कि यहां खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, और सभी आंखें बंद किए हुए हैं। पुलिस पेट्रोलिंग तो दूर पूछताछ तक नहीं करती। गश्ती के नाम पर भी पुलिस सिर्फ खानापूर्ति कर रही है।

पुलिस गश्ती तेज की जाएगी। पब्लिक प्लेस में स्मोकिंग और शराब पीने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

-नौशाद आलम, प्रभारी सिटी एसपी, रांची