रांची (ब्यूरो) । झारखंड में पहली बार होने जा रहे जी-20 समिट को लेकर राजधानी रांची को सजाया-संवारा जा रहा है। सिटी के भवनों से लेकर, सडक़, दीवार, चौक-चौराहे आदि सभी का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। राजधानी में जी 20 के मेहमानों का स्वैग से स्वागत किया जाएगा। इस संबंध में नगर निगम ने कमर कस ली है। निगम के सभी पदाधिकारियों को स्पेशन इंस्ट्रक्शंस दिए गए हैं। नगर आयुक्त खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सडक़ किनारे स्थित बिल्डिंग को एक कलर में रंगने का निर्णय लिया गया है, जिसके तहत कुछ बिल्डिंग की रंगाई-पुताई शुरू कर दी गई है। चौक-चौराहों की सफाई, शहर में प्रतिदिन चूने एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिडक़ाव, सिटी के हर इलाके में प्रतिदिन फागिंग, जर्जर पड़ी दीवारों का रंग-रोगन कर उसे चमकाने से लेकर अन्य बिंदुओं पर नगर निगम काम कर रहा है।
10 से प्रचार-प्रसार
जी-समिट को लेकर आगामी दस फरवरी से इसका प्रचार-प्रसार शुरू हो जाएगा। जिला प्रशासन की ओर से भी इसमें सहयोग किया जा रहा है। परिवहन विभाग की ओर से सडक़ों पर जगह-जगह फ्लैक्सिबल बोलार्ड लगाए जा रहे हैं। वहीं कैमरा से लेकर ट्रैफिक सिग्नल भी दुरुस्त किए जा रहे हैं। आने वाले मेहमान को राजधानी रांची में किसी तरह की परेशानी न हो, इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा है। सुरक्षा को लेकर भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
फरवरी-मार्च में समिट
वैश्विक एजेंडे में भारत की बातों को रखने और देश की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करने का अनूठा अवसर जी-20 की बैठक में भारत को मिला है। दुनिया के विकासशील और विकसित देशों की इस संगठन की बैठक पहली बार रांची में होने जा रही है। जी-20 की बैठक 16 और 17 मार्च को रांची में होगी। जी-20 देशों के करीब 540 प्रतिनिधि इस बैठक में हिस्सा लेंगे। वहीं, इन प्रतिनिधियों को उनकी सुरक्षा ग्रेड के हिसाब से सिक्योरिटी दी जाएगी। उदाहरण के तौर पर अगर किसी को जेड या जेड प्लस स्तर की सुरक्षा मिली हुई है तो उन्हें यहां पर भी वही सुरक्षा दी जाएगी।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
बैठक को देखते हुए रांची पुलिस भी रेस है। सुरक्षा बढ़ाते हुए अतिरिक्त फोर्स बुलाने की भी तैयारी चल रही है। वहीं जिन होटलों या स्थानों पर जी-20 देशों के प्रतिनिधि रुकेंगे, वहां पर भी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जी-20 में चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, इंडोनेशिया, इटली, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका, जापान, कोरिया गणरा'य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
क्या है जी-20, कब हुई शुरुआत
यूरोपियन यूनियन देशों ने मिलकर जी-20 का निर्माण किया है। इसमें 20 देशों के अध्यक्षों की वार्षिक बैठक की जाती है। इसमें आर्थिक समस्या, ग्लोबल वॉर्मिंग, स्वास्थ्य, आतंकवाद समेत अन्य जरूरी मुद्दों पर चर्चा की जाती है। वर्ष 1977 में एक वित्तीय संकट आया था। उस संकट को ध्यान में रखते हुए दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों ने विचार किया कि एक समूह बनाना चाहिए। इसके बाद 1999 में जी-20 की स्थापना की गई। विश्व की दो तिहाई जनसंख्या जी-20 देशों के पास है। पूरे विश्व में जितना भी अंतरराष्ट्रीय व्यापार होता है, उनमें तीन चौथाई हिस्सा इन जी-20 देशों से होता है।
अच्छी छवि के लिए होंगे ये काम
-- एयरपोर्ट से अरगोड़ा चौक होते हुए एमजी रोड तक की दीवारों पर होगी पेंटिंग
-- हिनू चौक, बिरसा मुंडा चौक, अरगोड़ा चौक, हरमू चौक, कार्तिक उरांव चौक, अल्बर्ट एक्का चौक, राजेंद्र चौक का रंग रोगन किया जाएगा।
-- वर्टिकल गार्डन के पास साफ-सफाई करते हुए सूखे पौधों को बदलना
-- सभी सुलभ और माड्यूलर टॉयलेट की साफ-सफाई
-- चौक-चौराहों पर लगे महापुरुषों की प्रतिमाओं की सफाई, उनकी साज-सजावट
-- सभी मुख्य मार्ग और जेब्रा क्रॉसिंग, डिवाइडर का रंग-रोगन
-- ट्रैफिक लाइट्स और कैमरा दु़ुरुस्त, टूटी-फूटी सडक़ों की रिपेयरिंग
-- स्ट्रीट लाइट की रिपेयरिंग, सभी बिजली पर रोप लाइट

जी-20 समिट को देखते हुए रांची नगर निगम तैयार है। लगातार मीटिंग करके इस संबंध में विस्तृत चर्चा की जा रही है। एक-दो दिनों में धरातल पर सभी काम दिखने लगेंगे।

शशि रंजन, नगर आयुक्त, आरएमसी