विपक्ष का हंगामाः संसद के दोनों सदन स्थगित
बुधवार को संसद में शीतकालीन सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हुई, लेकिन सदस्यों के हंगामे के बीच दोनों सदनों में कार्यवाही पहले दोपहर तक और फिर दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी.राज्यसभा में सभापति हामिद अंसारी के प्रश्नकाल का आह्वान किए जाने के बाद शोरगुल शुरू हो गया.हंगामे की वजह से ऊपरी सदन की कार्यवाही को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया.एक स्वर में बोला विपक्षदो बजे दोपहर को सदन का सत्र फिर शुरू हुआ तो विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने सांप्रदायिक हिंसा विरोधी विधेयक को राज्य के अधिकारों का उल्लंघन बताया.एआईडीएमके नेता वी मैत्रेयन ने भी बीजेपी ने की बात की समर्थन करते हुए कहा कि सांप्रदायिक हिंसा विरोधी विधेयक राज्य सरकार के अधिकारों को कुचलने की कोशिश है.
तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, "मैं विस्तार से यह जानकारी दे सकता हूं कि किस तरह यूपीए-2 ने देश के संघीय ढांचे पर प्रहार किए हैं."सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि वह देश के संघीय ढांचे का अतिक्रमण नहीं होने देंगे.
राज्यसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा, "हम इस विधेयक को लेकर सतर्क रहे हैं और इसलिए इस विधेयक में ऐसा कोई भी प्रावधान नहीं है जो शक्ति केंद्र सरकार को दे देता हो. विधेयक की धारा 30 में कहा गया है कि यह पूरी तरह राज्य सरकार की अनुमति पर निर्भर है. यह दिल्ली पुलिस एस्टेब्लिशमेंट एक्ट की तरह ही है."
संसद भवन परिसर में प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संसद में सुचारू रूप से कामकाज होगा.
तेलंगाना मुद्दे पर संसद के बाधित होने की आशंका पर एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, "कुछ दिक्कतें हैं. उम्मीद है कि सभी पक्ष अपने पूर्वाग्रह अलग रखकर विवेक दिखाएंगे और सदन के सहज कामकाज के लिए अनुकूल माहौल बनाएंगे."