--HRD मिनिस्ट्री ने जारी किया प्रोफॉर्मा

-शैक्षिक सर्वे के तहत टीचर्स से मांगा गया आधार कार्ड नंबर

VARANASI

कॉलेजेज में अनुमोदन का खेल अब आधार रोकेगा। यह खेल कॉलेजेज में सालों से जारी है। कई सेल्फ फाइनेंस कॉलेजेज में अनुमोदन किसी का है मौके पर कोई और टीचर पढ़ा रहे है। इतना ही नहीं एक ही टीचर का नाम दो संस्थानों में चल रहा है। अनुमोदन के खेल पर लगाम लगाने के लिए गवर्नमेंट ने टीचर्स को 'आधार कार्ड' नंबर से जोड़ने का डिसीजन लिया है। जिसके तहत उसी टीचर का अनुमोदन होगा जिसके पास आधार कार्ड है।

खंगाली जा रही कुंडली

इस दिशा में प्रयास भी शुरू कर दिए गए हैं। इस क्रम में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से अखिल भारतीय शैक्षिक सर्वे के तहत यूनिवर्सिटी व कॉलेजेज के टीचर्स से ख्क् प्वॉइंट्स पर जानकारी मांगी गई है। इसमें टीचर्स का नाम, कॉलेज का नाम, शैक्षिक योग्यता, विशेषज्ञता, कार्यभार ग्रहण करने की डेट, मोबाइल नंबर सहित अन्य प्वॉइंट शामिल हैं। इसके अलावा आधार कार्ड के नंबर का भी उल्लेख करना है। हालांकि इस साल इसे बाध्यकारी नहीं बनाया गया है, लेकिन नेक्स्ट ईयर से इसे अनिवार्य किया जा सकता है।

स्कूल व स्टूडेंट्स भी

इसी प्रकार प्राइमरी, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के स्टूडेंट्स को भी आधार कार्ड से जोड़ा जा रहा है। स्कॉलरशिप के आवेदन में भी स्टूडेंट्स से आधार कार्ड नंबर मांगे गए थे। इसके पीछे फर्जीवाड़ा रोकना है। कुछ छात्र दो संस्थानों से जुड़कर दोनों संस्थानों से स्कॉलरशिप ले रहे हैं। लास्ट ईयर के ऐसे हजारों स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप रोकी भी गई थी। कुल मिलाकर आधार कार्ड के माध्यम से फर्जीवाड़े पर रोक लगाने का यह सार्थक प्रयास है। इसका मकसद पर्दे के पीछे से चल रहे खेल को रोकना है।

Posted By: Inextlive