- साइलेंसर मॉडिफाई करने-कराने वालों पर होगा सख्त एक्शन

- पुलिस जुटी कार्रवाई में, ऋषिकेश पुलिस ने 5 बुलेट की सीज

- साइलेंसर मॉडिफाई करने वाले वर्कशॉप्स की भी लिस्ट तैयार

50 से मॉडिफाइड एग्जास्ट वाली बुलेज सीज

5 बुलेट संडे को की गई सीज

100 डेसिबल से ज्यादा शोर करता है ये एग्जास्ट

80 डेसिबल तक होना चाहिए मैक्सिमम शोर

देहरादून,

बुलेट का साइलेंसर मॉडिफाई कर टशन के पटाखे फोड़ने वालों के खिलाफ दून पुलिस एक्शन मोड में है। ऋषिकेश पुलिस ने अभियान चलाकर इलाके में ऐसी पांच बुलेट सीज की हैं। इसके साथ ही पुलिस ने साइलेंसर मॉडिफाई करने वाले ऑटोमोबाइल वर्कशॉप वालों की भी लिस्ट तैयार कर ली है, अगला एक्शन इनके खिलाफ लिया जाएगा। इसका प्लान तैयार कर लिया गया है।

4 चौकी इंचार्ज अभियान पर

ऋषिकेश थाना एरिया के आधा दर्जन स्थानों पर पुलिस ने बाइक का साइलेंसर मॉडिफाई कर साउंड पॉल्यूशन फैलाने वालों की खबर लेना शुरू कर दिया है। इंचार्ज इंस्पेक्टर रितेश शाह ने बताया कि पुलिस लगातार बुलेट में पटाखा छोड़ने वाले साइलेंसर, नाबालिगों द्वारा ड्राइविंग और ट्रैफिक रूल्स का वॉयलेशन करने वालों के खिलाफ लगातार एक्शन लिया जा रहा है। ऋषिकेश थाने की त्रिवेणी घाट चौकी, आईडीपीएल चौकी, श्यामपुर चौकी व बस अड्डा चौकी के इंचार्ज लगातार अपनी टीमों के साथ एक्टिव हैं। संडे को पांच बुलेट सवारों के खिलाफ मॉडिफाइड साइलेंसर का यूज करने पर कार्रवाई की गई। इसके अलावा नाबालिग द्वारा ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग के दो मामलों में भी टू व्हीलर सीज किए गए हैं।

डीएल कैंसिलेशन की सिफारिश

बाइक का साइलेंसर मॉडिफाई कर साउंड पॉल्यूशन फैलाने वालों की न केवल बाइक सीज की जा रही है, बल्कि बाइक ओनर का लाइसेंस कैंसिलेशन की भी सिफारिश भी की जा रही है। पुलिस की ओर से इनके खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा। पुलिस लोकेशन चेंज कर साउंड पॉल्यूशन फैलाने वाले बाइकसवारों के खिलाफ चेकिंग कर रही है। अब तक साइलेंसर से पटाखा फोड़ने वाली 50 बुलेट ऋषिकेश पुलिस ने अब तक सीज की हैं।

टशन के लिए मॉडिफाइड एग्जॉस्ट

अक्सर यूथ द्वारा विशेष रूप से बुलेट का साइलेंसर मॉडिफाई कर तेज पटाखे की आवाज करने वाला एग्जास्ट सिस्टम लगवा दिया जाता है। इसका मकसद दूसरे लोगों को अपनी ओर अट्रेक्ट करना और टशन दिखाना है। लेकिन, मॉडिफाइड एग्जास्ट से बहुत ज्यादा शोर होता है और दूसरे वाहन चालक इससे असहज भी हो जाते हैं। ड्राइविंग के दौरान तेज पटाखे की आवाज से कोई चौंक जाए तो हादसा भी हो सकता है। मॉडिफाइड एग्जास्ट ट्रैफिक रूल का वॉयलेशन तो है ही, साउंड पॉल्यूशन और रोड सेफ्टी के लिए भी घातक है।

पटाखा छोड़ने वाला एग्जास्ट सिस्टम

स्टॉक एग्जॉस्ट को सस्ते साइलेंसर के साथ रिप्लेस करने से साइलेंसर की आवाज बदल जाती है। यह एग्जॉस्ट पटाखा नाम से जाना जाता है। क्योंकि इनसे निकलने वाली आवाज पटाखे के धमाके या गनशॉट की तरह होती है। ये एग्जॉस्ट सिस्टम ढाई से तीन हजार रुपए में अवेलेबल है।

एमवी एक्ट में प्रावधान

- न्यू मोटर व्हीकल अमेंडमेंट एक्ट में एयर व साउंड पॉल्यूशन फैलाने वाले वाहन चालकों पर 10 हजार रुपए जुर्माना लगाने का प्रावधान है।

- एक्ट के तहत कोई भी व्यक्ति वाहन चलाते वक्त रोड सेफ्टी, साउंड और एयर पॉल्यूशन फैलाता है तो ये अपराध की श्रेणी में आता है।

- ऑटोमोटिव मानकों के मुताबिक ड्राइविंग के दौरान व्हीकल से निकलने वाली आवाज 80 डेसिबल तक होनी चाहिए।

- मॉडिफाइड एग्जास्ट वाली बुलेट 100 डेसिबल से भी ज्यादा शोर करती है।

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पटाखा फोड़ने वाली बुलेट सीज कर ओनर का डीएल कैंसिल करने की सिफारिश आरटीओ भेजी गई है। बुलेट का एग्जास्ट सिस्टम कहां मॉडिफाई किया जाता है, उनकी भी लिस्ट तैयार की जा रही है। अब उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।

रितेश शाह, थाना इंचार्ज, ऋषिकेश

Posted By: Inextlive