अधिवक्ता मर्डर: अपनों पर गहराया शक
प्राइम सस्पेक्टेड है उसकी पत्नी व साला, क्राइम ब्रांच को फुटेज में मिले बाइक सवार दो संदिग्ध, तलाश शुरू
PRAYAGRAJ: वकील मो। इदरीश की हत्या में उसकी पत्नी व साला प्राइम सस्पेक्ट हैं। इन दोनों पर शक करने की पुलिस के पास कई वजह भी है। मौका-ए-वारदात के हालात कई सवालों को जन्म दे रहे हैं। इन सवालों के दायरे में वकील का एक दोस्त भी है। मामले की तहकीकात में कई टीमें लगाई गई हैं। सीसीटीवी फुटेज में क्राइम ब्रांच के हाथ एक पिक्चर लगी है। इसमें बाइक सवार दो युवक दिखाई दे रहे हैं। इन्हीं के द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने का शक है। केस के दूसरे दिन भी मौके पर सुरक्षा में पुलिस तैनात रही। पत्नी व साले ने क्यों नहीं मचाया शोरअधिवक्ता इदरीश का मूल घर लालापुर थाना क्षेत्र के सेमरी तरहार गांव में है। मां की बीमारी से मौत के बाद पिता सुबराती सिद्दीकी ने दूसरी शादी कर ली। दूसरी बीवी से भी उन्हें एक बेटा हुआ। सुबराती की दूसरी पत्नी बेटे के साथ मुंबई में रहती थी। अधिवक्ता तीन बहनों के बीच अकेला भाई था। बहनों की शादी के बाद वकील इदरीस की परवरिश बारा एरिया के सेहुड़ा गांव निवासी उसकी बुआ ने की। पिता सुबराती सउदी अरब में रहते हैं। पढ़ लिख इदरीस वकील बने और शादी हो गई। वह पत्नी के साथ गौसनगर स्थित चेतना ब्वॉयज स्कूल के पास किराए पर रहने लगे। किराए का यह मकान दो फ्लोर बना हुआ है। घर के फर्स्ट फ्लोर पर इदरीस परिवार के साथ रहते थे। आसपास उनके गांव के व कई रिश्तेदार भी रहते थे।
तीन तरफ से खुला है रास्ता इदरीश के किराए वाले मकान पर जाने के लिए रास्ता तीन तरफ से है। चेतना ब्वॉयज स्कूल की तरफ से उनके मकान तक जाने वाली सड़क बीच में खराब है। इस रास्ते से बाइक तक जाना संभव नहीं है। जिस किराए के मकान में वह रहते थे उसके सामने से मोहल्ले की रोड गई है। इस रोड पर दोनों तरफ से उनके आवास तक पहुंचा जा सकता है। इस मकान तक जाने के लिए तीसरा कोई रास्ता नहीं है। मोबाइल खोल सकता है पूरा राज घटना वाली रात उनका साला सरफराज व पत्नी आयशा घर ही थी। सरफराज ने पुलिस को बताया है कि कातिल ताला तोड़कर अंदर घुसे और बहन यानी आयशा और उसके दरवाजे की कुंडी बाहर से बंद कर दिए थे।यदि ऐसा है तो सवाल यह उठता है कि कमरे के अंदर से दोनों ने शोर क्यों नहीं मचाया।
यदि हमलावर आयशा का मोबाइल उठा ले गए तो सरफराज ने अपने मोबाइल से कॉल क्यों नहीं की उन्हें गोली की आवाज क्यों नहीं सुनाई दी। पुलिस के मुताबिक उसका साला व पत्नी बताई कि गेट व कमरे के दरवाजे में लगा ताला भी कातिल तोड़ दिए थे। ऐसा है तो ताला तोड़ने की आवाज उसी मकान में व आसपास किराए पर रहने वाले लोगों का क्यों नहीं सुनाई दी। पत्नी और साला दोनों घर में मौजूद थे फिर भी उन्होंने पुलिस को तहरीर क्यों नहीं दी। दोस्त भी हो सकता है दुश्मन पुलिस उसके एक दोस्त को भी शक की नजर से देख रही है। छानबीन में पता चला कि वकील ने अपने इस दोस्त से करीब तीन लाख रुपये लिए थे। पैसे को उसने बिजनेस में लगा दिया था। इसे लौटाने में अनाकानी कर रहा था। कई एंगल पर पुलिस काम कर रही है। अब तक तीन प्राइम सस्पेक्ट माने जा रहे हैं। शनिवार से मामले में परिजनों से पूछताछ के बाद आगे की जांच शुरू की जाएगी। बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी