उद्योगपति मुकेश अंबानी ने उद्योग जगत में अब एक और धमाका करने की तैयारी कर ली है. ये धमाका है उद्योग जगत को मुकेश अंबानी की तरह दो और भावी दिग्‍गज उद्योगपति के रूप में मिलकर. गौरतलब है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के जुड़वां बच्चों ईशा व आकाश को रिलायंस इंडस्ट्रीज आरआइएल के टेलीकॉम तथा रिटेल वेंचर के निदेशक मंडल में निदेशक नियुक्त किया गया है. इसे देश में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी में उत्तराधिकार योजना के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है.

क्या है कंपनी का कहना
कंपनी ने एक बयान में कहा कि 23 साल के ईशा व आकाश को रिलायंस जियो इन्फोकॉम और रिलायंस रिटेल वेंचर्स के निदेशक मंडल में नियुक्त किया गया है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि मुकेश अंबानी का यह कदम देश में निजी क्षेत्र की एक सबसे बड़ी कंपनी में उत्तराधिकार योजना की ओर इशारा करता है. अब यहां देखना यह है कि उनका यह कदम उद्योग जगत में कितनी हलचल मचा सकता है.  
मुकेश के तीन बच्चे
दुनिया के सबसे दौलतमंद ऊर्जा क्षेत्र के कारोबारी मुकेश अंबानी के तीन बच्चे हैं. ईशा, आकाश और अनंत. इनमें ईशा और आकाश जुड़वां बच्चे हैं. इनमें सबसे छोटा बेटा अनंत अभी अमेरिका में पढ़ाई कर रहा है. उद्योग जगत को इंतजार है कि इनके बाद अनंत के वापस आने पर कंपनी में एक और बड़ा धमाका होगा.
ईशा, आकाश की पढ़ाई
ईशा ने 2013 में येल यूनिवर्सिटी से मनोविज्ञान व दक्षिण एशियाई अध्ययन के साथ स्नातक की डिग्री ली है. कुछ समय के लिए उन्होंने ग्लोबल कंसल्टेंसी फर्म मैकिंजी के साथ काम किया. आकाश ने ब्राउन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है. वह अंबानी परिवार के करीबी मनोज मोदी के साथ आरआइएल के 4जी टेलीकॉम वेंचर पर काम कर रहे थे.
पिता-बच्चों में समानता
दोनों ही बच्चे तकरीबन उसी आयु में रिलायंस से जुड़ रहे हैं, जिस उम्र में उनके पिता मुकेश कंपनी से जुडे़ थे. 1981 में जब रिलायंस में मुकेश की एंट्री हुई थी, तब वह 24 साल के थे. अंबानी के इन बच्चों को कंपनी की सालाना आम बैठक में देखा जाता रहा है.
पहली बार कब आए सुर्खियों में
आकाश पहली बार 2011 में कंपनी के एक कारोबारी सौदे में दिखे थे. तब लंदन में रिलायंस ने केजी-डी 6 क्षेत्र समेत 23 तेल एवं गैस क्षेत्रों में 30 फीसद हिस्सेदारी बीपी पीएलसी को 7.2 अरब डॉलर में बेचने का समझौता किया था. ईशा पहली बार 16 साल की उम्र में चर्चा में आई, जब फो‌र्ब्स ने उन्हें दुनिया की सबसे युवा अरबपति उत्तराधिकारियों की सूची में दूसरे स्थान पर रखा था.
क्या है खास
यहां पर सबसे ज्यादा खास यह है कि ईशा और आकाश ने पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ने वालों की लंबी सूची में अपनी जगह बना ली है. रोचक यह है कि इनमें से कई हैं, जिन्होंने पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ने से पहले मैकिंजी या अन्य परामर्श फर्म या ग्लोबल बैंक में समय बिताया. स्वाति व अजय पीरामल की बेटी नंदिनी पीरामल ने 2006 में पारिवारिक कारोबार से जुड़ने से पहले मैकिंजी में कारोबार विश्लेषक के तौर पर काम किया था. रिशाद प्रेमजी ने विप्रो से जुड़ने से पहले लंदन में कुछ साल तक बेन एंड कंपनी में काम किया था. आदित्य मित्तल ने क्रेडिट सुइस के साथ निवेश बैंकिंग में काम किया.

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Posted By: Ruchi D Sharma