शुक्रवार को महाराष्‍ट्र में शपथ ग्रहण समारोह का शिवेसना के अध्‍यक्ष उद्धव ठाकरे की पार्टी ने पहले तो बहिष्‍कार करने की घोषणा की. वहीं ऐन वक्‍त पर भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह वित्‍तमंत्री अरुण जेटली व फडणवीस ने फोन पर उनसे बात कर काफी मानमनौव्‍वल किया. उनसे कार्यक्रम में आने का काफी आग्रह किया. इन सबके बाद उद्धव ठाकरे कार्यक्रम में आए भी और प्रेम और सौहार्द के साथ पीएम नरेंद्र मोदी से हाथ्‍ा भी मिलाया. इसके बाद शाह से भी मुलाकात की. कुल मिलाकर उनके कार्यक्रम में आने से यह संकेत मिल गए कि शिवसेना जल्‍द सरकार में शामिल होगी.

शिवसेना और भाजपा के बीच हुई गठबंधन पर भी बातचीत
यहां गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा की ओर से गठबंधन तोड़े जाने के बाद से शिवसेना और भाजपा के रिश्तों में कुछ खटास आ गई थी. वहीं चुनाव के दौरान दोनों पार्टियों के नेताओं ने एक दूसरे पर तीखी टिप्पणियां भी की, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह के पहले भाजपा के आलाकमान का फोन आने पर मातोश्री की नाराजगी दूर हो गई. सूत्र बताते हैं कि अमित शाह और उद्धव के बीच गठबंधन को लेकर भी काफी देर तक बातचीत हुई. ऐसा कहा जा रहा है कि भाजपा से गठबंधन के मामले में शिवसेना जल्द ही कोई न कोई फैसला लेगी.
 
शिवसेना के कई और नेत भी पहुंचे समारोह में  
शपथ ग्रहण समारोह में उद्धव ठाकरे के पहुंचने के कुछ ही समय बाद शिवसेना नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी भी वानखेड़े स्टेडियम पहुंचे. इसके कुछ ही समय बाद शिवसेना के दिग्गज नेता दिवाकर राव भी शपथ ग्रहण में शामिल हुए.    
 
भड़के कई शिवसैनिक  
वहीं इस मुलाकात के दूसरे पहलू पर नजर डालें तो शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे का समारोह में पहुंचना और भाजपा के नेताओं से मिलना शिवसेना के कई नेताओं को रास नहीं आया. इस मुलाक़ात पर कई शिवसैनिकों ने नाराजगी भी जाहिर की. शिवसैनिकों का कहना है कि उद्धव ठाकरे को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था.

Hindi News from India News Desk

 

Posted By: Ruchi D Sharma