मौजूदा चैम्पियन नॉर्वे के मैगनस कार्लसन ने शनिवार को सोच्ची में हुए विश्व शतरंज चैम्पियनशिप की छठी बाजी में भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को मात दे दी. कार्लसन की 37वीं चाल के बाद आनंद ने अपनी हार स्वीकार कर ली.छठी बाजी के बाद अब कार्लसन ने 12 बाजियों के मैच में 3.5 अंक हासिल कर बढ़त ले ली है. जबकि आनंद के 2.5 अंक हैं. अब दोनों शीर्ष खिलाड़ी सोमवार को सातवीं बाजी में आमने-सामने होंगे.

मौका गवांने का अफसोस
कार्लसन ने चैम्पियनशिप में आनंद को दूसरी बार हराया. इससे पहले दूसरी बाजी में आनंद को हरा चुके हैं. दूसरी ओर आनंद अब तक सिर्फ एक बार तीसरी बाजी में जीत हासिल कर सके हैं. शेष तीन बाजियां ड्रॉ रहीं. आनंद के लिए छठी बाजी की हार इसलिए भी बेहद कष्टदायक रही, क्योंकि उनके पास 26वीं चाल में जीत हासिल करने का सुनहरा मौका था जिसे वह चूक गए. कार्लसन ने राजा के आगे वाला प्यादा आगे बढ़ाते हुए खेल की शुरुआत की, जिसके जवाब में आनंद ने सी5 चाल चली, जिसे सिसिलियन डिफेंस कहा जाता है. बाजी में पहले मोहरे की बलि कार्लसन ने आठवें चाल में अपने घोड़े से आनंद की वजीर के पास वाले घोड़े को मार कर ली.

 

लगातार गलत चली चालें
विश्व के 23वें वरीय भारतीय ग्रैंडमास्टर पी. हरिकृष्ण ने कहा, 'नहीं, इसे बड़ी भूलों वाला खेल नहीं कहा जा सकता, लेकिन इस मायने में यह बाजी विशेष रही कि विश्व के दो शीर्ष खिलाड़ियों ने लगातार गलत चालें चलीं. आनंद के लिए यह कहीं अधिक कष्टदायी रहा, क्योंकि उन्होंने जीत का सुनहरा मौका गंवा दिया, 'लेकिन वास्तविकता यह है कि विश्व चैम्पियनशिप की यह छठी बाजी अब 'एनई5' गेम के रूप में जानी जाएगी, जिसे चूककर आनंद ने हार कबूली.

 

आनंद भूल सी गए चाल
कार्लसन की इस चाल पर चार बार की विश्व चैम्पियन रहीं सुसन पोल्गर ने ट्वीट किया, आनंद ने भले 12वीं चाल में काले चौखटे वाले ऊंट से कार्लसन का एकमात्र बचा घोड़ा मार दिया, लेकिन इस चाल ने कार्लसन के लिए जहां चाल चलने के कई मौके बना दिए वहीं आनंद के मोहरे लगभग बंध से गए. वहीं तीसरे विश्व वरीय ग्रैंडमास्टर अनीस गिरी ने कहा, ऐसा लगा जैसे आनंद पूरी तरह तैयार होकर नहीं आए थे और वह वह भूल से गए हों.

Posted By: Satyendra Kumar Singh