-50-60 लोग पहले आते थे एआरवी लगवाने

-295 लोग मंड को आए

-18000 लोगों ने साल 2019 में लगवाया एआारवी

- डॉग और मंकी बाइट के लगातार बढ़ रहे पेशेंट, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पेशेंट्स ने काटा हंगामा

-नगर निगम के कार्रवाई न करने से बढ़ा आतंक, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

बरेली : डॉग और मंकी का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ रहा है, लेकिन जिम्मेदार आंखें मूंदे हुए हैं। आलम यह है कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में जहां पहले 50 से 60 पेशेंट एआरवी लगवाने आते थे, मंडे को उनकी संख्या 295 पहुंच गई। जिसकी वजह से लंबी लाइन लग गई। लाइन में घंटों खड़े रहने से पेशेंट्स के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने जमकर हंगामा काटा। हॉस्पिटल प्रशासन ने किसी तरह से समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। वही कुछ ओपीडी में 2200 के करीब पेशेंट्स पहुंचे जिसकी वजह से पेशेंट्स को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

बंदरों के आगे निगम सरेंडर

साल 2019 में करीब 18000 लोग डॉग और मंकी बाइट का शिकार हुए। वहीं यह सिलसिला अभी भी जारी है। बंदरों और डॉगी का आतंक लगातार बढ़ रहा है और जिम्मेदार चुपचाप बैठे हुए हैं। जबकि इसकी वजह से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है।

पिछले एक साल से शहर में कुत्तों और बंदरों का आतंक अधिक हैं। जिस कारण एआरवी लगवाने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। हालांकि हमारे पास ब्वॉएल की कोई कमी नहीं है।

-डॉ। टीएस आर्या, एडीएसआईसी

Posted By: Inextlive