-जूनियर रेजिडेंट्स की हड़ताल के चलते बीएचयू एसएस हॉस्पिटल में बढ़ी मरीजों की परेशानी

- ओपीडी में पर्ची जमा करने की हो रही सिर्फ खानापूर्ति

बीएचयू एसएस हॉस्पिटल कैंपस में बेतिया बिहार की रहने वाली रीता देवी अपने पति की जिंदगी बचाने के लिए पिछले पांच दिनों से खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं। स्ट्रेचर पर लेटे पति शंभूनाथ दर्द के मारे कराह रहे हैं। उनका दर्द कोई सुनने वाला नहीं है। फाइलेरिया से पीडि़त पिता का इलाज कराने के लिए परेशान गुड्डू इधर-उधर भटकने को मजबूर हो रहा है। पिता कुछ दिन पहले खेत में काम के दौरान गिर गए थे। इससे पैर में बड़ा घाव हो गया। उन्हें एडमिट कराना है लेकिन डॉक्टर्स की हड़ताल की वजह से नहीं करा पा रहे हैं। घर वापस नहीं जा पा रहा है क्योंकि फिर आने के रुपये नहीं है उसके पास।

बिहार के भभुआ से आई निर्मला देवी भी डॉक्टर के इंतजार में तीन दिन से भटक रही हैं। इस तरह एमपी, यूपी के कई जिलों से आए मरीज हॉस्पिटल में इलाज के लिए तरस रहे हैं।

पर्ची जमा, इलाज नहीं

एसएस हॉस्पिटल में सोमवार से शुरू हुई जूनियर रेजीडेंट्स की हड़ताल बुधवार को भी जारी रही। सुबह के समय ओपीडी में सीमित पर्चियां जमा जरूर हुई, लेकिन 20 से 25 पुराने मरीजों को ही सीनियर डॉक्टर्स ने देखा। जिसकी वजह से दिनभर मरीज अस्पताल में भटकते रहे। अनिश्चितकालीन हड़ताल की बात सुनकर कुछ नजदीक के दूसरे अस्पताल का पता पूछते नजर आए तो आर्थिक रूप से कमजोर कुछ दिन और इंतजार करना चाहते हैं।

सीनियर्स ने किया बैक सपोर्ट

हड़ताल के तीसरे दिन कई सीनियर्स डॉक्टर्स ने अघोषित रूप से जूनियर रेजीडेंट्स का साथ दिया। चार घंटे लंबी लाइन में लगकर ओपीडी तक पहुंचने वाले मरीजों को हड़ताल का हवाला देते हुए लौटा दिया गया। अस्पताल प्रशासन का दावा था कि चिकित्सीय सेवा के संचालन में किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी। मगर यह दावा अब खोखला साबित हो रहा है। हड़ताल के बहाने न सिर्फ जांच-रिपार्ट प्रभावित हो रही है, बल्कि चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण सेवा सुचारू नहीं हो पा रही है।

इमरजेंसी सेवा करेंगे ठप

बीएचयू प्रशासन के साथ ही जिला प्रशासन हड़ताली जूनियर रेजीडेंट्स के लगातार संपर्क में है। बुधवार को डाक्टर्स लाउंज में रेक्टर प्रो। वीके शुक्ल, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो। एसके माथुर, आईएमएस निदेशक प्रो। आरके जैन, चीफ प्राक्टर प्रो। ओपी राय, छात्र अधिष्ठाता प्रो। एमके सिंह सहित जिला प्रशासन के प्रतिनिधिमंडल ने जूनियर रेजीडेंट्स से बातचीत की। पहचाने गए तीनों आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी का दावा भी किया गया। फिर भी रेजीडेंट्स ने आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद हड़ताल वापस लेने की बात कही है। उन्होंने कहा ऐसा न होने से शुक्रवार से इमरजेंसी सेवा भी ठप कर दी जाएगी।

बीएचयू हास्पिटल (बुधवार की स्थिति):

- 2343 पर्ची कटी

- 2965 ओपीडी में पंजीयन

- 71 मरीज भर्ती

- 93 मरीज डिस्चार्ज

- 22 इमरजेंसी ओपीडी

- 41 ऑपरेशन

- 1939 सीसीआई जांच

- 135 रेडियोलॉजी जांच

वर्जन --

जूनियर रेजिडेंट्स के साथ मारपीट के आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम लगाई गई है। वे सभी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। रेजीडेंट्स से हड़ताल खत्म करने की लगातार अपील की जा रही है।

प्रो। ओपी राय, चीफ प्रॉक्टर-बीएचयू

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Posted By: Inextlive