- सदन के बाहर भी किसानों की समस्या को लेकर वामदलों का प्रदर्शन

PATNA: विधानमंडल के संयुक्त सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भाकपा (माले) समेत अन्य वामपंथी दलों ने जोरदार प्रदर्शन किया। वामपंथी नेताओं के शोर-शराबे के बीच ही राज्यपाल फागू चौहान को अपना अभिभाषण पढ़ना पड़ा। माले ने सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने के बाद सदन के बाहर भी प्रदर्शन किया। जिसमें बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान समेत अन्य शामिल थे।

दूसरे विधायक भी खड़े हो गए।

राज्यपाल ने सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने पर जैसे ही अपने अभिभाषण के दौरान सरकार की उपलब्धियां और कार्ययोजना बतानी शुरू की, माले के सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर शोर-शराबा करने लगे। माले नेता सत्यदेव राम राज्यपाल के समानांतर अपना भाषण पढ़ रहे थे। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों का मुद्दा उठाकर उसके खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की मांग की। उनके सहयोग में वाम दलों के दूसरे विधायक भी अपने-अपने स्थानों पर खड़े हो गए।

सरकार पर पुरानी बातें दोहराने का आरोप

वाममंथी नेताओं का कहना था कि राज्यपाल को जो अभिभाषण तैयार करके दिया गया है, उसके तथ्य गलत हैं। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा है कि प्रवासी श्रमिकों ने सरकार का साथ दिया, जबकि हकीकत यह है कि श्रमिक, युवा और किसानों में सरकार के खिलाफ जो आक्रोश है वह चुनाव में साफ-साफ दिखा। जनता ने सरकार के खिलाफ जनादेश दिया। उसके बाद भी सत्ता में बैठी सरकार ने कोई सबक नहीं लिया है। सरकार वही पुरानी बातें दोहरा रही है, जिसे जनता पहले ही खारिज कर चुकी है।

धान खरीद में पारदर्शी व्यवस्था की मांग

इसके पूर्व कांग्रेस सदस्यों ने भी परिसर में धान खरीद को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस नेताओं ने विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा के नेतृत्व में प्रदर्शन के दौरान पारदर्शी व्यवस्था बनाते हुए धान की खरीद जल्द शुरू करने की मांग की।

Posted By: Inextlive