डूबने से बाल-बाल बची विधायक प्रेमा चौधरी
- फिर टूटे दो बांध, बाढ़ के पानी में डूबकर 20 लोगों की मौत
PATNA: प्रदेश में बाढ़ का प्रकोप जारी है। गुरुवार को समस्तीपुर और दरभंगा में फिर दो बांध टूट गए। इससे कई गांवों में पानी फैल गया। वहीं पूर्वी बिहार के सुपौल में तटबंध के कुछ बिंदुओं पर कोसी आक्रामक बनी हुई है। गुरुवार को बाढ़ के पानी में डूबने से 20 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में मुजफ्फरपुर के पांच, सारण के चार, सहरसा के तीन, पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण के दो-दो एवं मधेपुरा, मधुबनी, सीतामढ़ी और समस्तीपुर के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। उधर, वैशाली जिले के पातेपुर के चांदपुर फतह गांव में बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा कर रही पातेपुर की विधायक प्रेमा चौधरी डूबने से बाल-बाल बच गईं। खगडि़या में भी स्थिति विकरालखगडि़या में बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है। संतोष स्लूइस गेट के पास बागमती गुरुवार को स्थिर रही लेकिन यह अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है। कोसी के जलस्तर में गिरावट आई है और यह भी खतरे के निशान से 1.97 मीटर ऊपर बह रही है। खगडि़या अघोरी स्थान के पास बूढ़ीगंडक खतरे के निशान से 0.54 सेमी ऊपर बह रही है। जबकि सुपौल में कोसी नदी पश्चिमी तटबंध के नेपाल भाग के एक ¨बदु एवं भारतीय भाग के सिकरहट्टा मझारी बांध के पांच ¨बदुओं पर आक्रामक बनी हुई है। सहरसा में नदियों का जलस्तर स्थिर है। मधेपुरा जिले के आलमनगर प्रखंड के गंगापुर व फुलौत में बाढ़ का पानी फैला हुआ है और करीब एक दर्जन सड़कें कट गई हैं। अररिया में नदियों का कम होता जलस्तर कटाव कर रहा है। किशनगंज में नदियों का जलस्तर लगातार घट रहा है। कटिहार में महानंदा नदी का जलस्तर घटकर खतरे के निशान से नीचे पहुंच गया है। गंगा नदी लाल निशान को पार कर गई है। कोसी व बरंडी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पूíणया में महानंदा को छोड़ अन्य नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। महानंदा का भी जलस्तर पहले से घटा है।
उत्तर बिहार में बाढ़ का कहर जारीउत्तर बिहार के मधुबनी में कमला बलान खतरे के निशान से 20 सेंमी ऊपर है। कोसी, धौस समेत अन्य नदियां शांत रहीं। बेनीपट्टी के दर्जनभर गांव पानी से घिरे हैं। समस्तीपुर के सिंघिया में करेह नदी का पानी बढ़ रहा है। मोहनपुर में गंगा नदी दूसरी बार खतरे के निशान से ऊपर है। शिवहर में बागमती लाल निशान से 11 सेंटीमीटर ऊपर है। निचले क्षेत्रों में स्थिति यथावत है। दरभंगा के बेनीपुर प्रखंड के कई गांवों में पानी फैल रहा है। दरभंगा शहरी क्षेत्र के कई मोहल्ले पानी से घिरे हैं। चंपारण, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जलजमाव का संकट है। इधर सारण में बाढ़ विकराल रूप दिखा रही है। बाढ़ से सारण जिले के आठ प्रखंड की 76 पंचायतों के 359 गांव की छह लाख से ज्यादा आबादी बेघर हो गई है। सिवान जिले के चार प्रखंड के 29 पंचायतों के 63 गांव सारण तटबंध टूटने से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। 56 हजार लोग प्रभावित हैं।