इटली नहीं जर्मनी से आएगा तो दूर होगी पासपोर्ट की प्राब्लम
- 17000 लोगों को अब तक नहीं मिल पाया है passport booklets
- छह महीने में 1 लाख 42 हजार लोगों ने passport के लिए किया apply - Emergency और तत्काल के अलावा क्यू वालों को नहीं दिया जाता passport - अगस्त के बाद दूर हो पाएगी passport booklet की problemPATNA : अगर आपके पास पासपोर्ट है तो उसे निकाल कर अपने हाथों में रख लें और एक बार उससे जुड़ी चीजों के बारे में अच्छी तरह से समझ लें। आपके पासपोर्ट पर जो पतली फिल्म लगी है। अंदर जो कागज यूज होता है। उस कागज पर जो धागा चारों तरफ से लगा होता है यानि की पूरे पासपोर्ट बुकलेट पर जो लेमिनेटेड मैटेरियल का यूज होता है वो इटली से आता था, लेकिन इटली के बदले सारे मैटेरियल जर्मनी से मंगाए जा रहे हैं। इस वजह से जनवरी महीने से ही लगातार पटना पासपोर्ट ऑफिस पासपोर्ट बुकलेट की कमी झेल रहा है। इसके कारण कई महीनों से लोगों को पासपोर्ट बुकलेट नहीं मिल पा रहा है, जबकि सिर्फ पटना पासपोर्ट ऑफिस में क्7000 से अधिक पासपोर्ट प्रिंट क्यू में रखा हुआ है। यानि जैसे ही बुकलेट आएगा फौरन प्रिंट होकर दे दिया जाएगा।
छह महीने में क् लाख ब्ख् हजार अप्लीकेशन
पटना पासपोर्ट ऑफिस के रीजनल डायरेक्टर आनंद कुमार ने बताया कि ख्0क्0 पूरे साल में जितना अप्लीकेशन आया था उससे कहीं अधिक अप्लीकेशन ख्0क्ब् में जमा हुआ है। ख्0क्0 में क् लाख फ्8 हजार अप्लीकेशंस आए थे, लेकिन जनवरी से अब तक ख्0क्ब् में क् लाख ब्ख् हजार अप्लीकेशंस आ चुके हैं। इसमें से क् लाख ब् हजार पासपोर्ट डिस्पैच हो गए हैं। क्7000 के आसपास अब भी पासपोर्ट क्यू में लगा है, लेकिन मुंबई से आए मेल के मुताबिक पासपोर्ट की कमी क्0 अगस्त तक पूरी हो जाएगी। इसके बाद लोगों को आसानी से पासपोर्ट बुकलेट मिल जाएगा। नासिक में तैयार होता है पासपोर्ट मैटेरियल आने के बाद इंडियन सिक्योरिटी प्रेस में पासपोर्ट बुकलेट तैयार किया जाता है। यहीं से मुंबई ऑफिस और फिर वहां से तमाम रीजनल ऑफिस में भेजा जाता है। फिर रीजनल ऑफिस पासपोर्ट क्यू में लगे लोगों को लोकल लेवल पर उसका नाम और उससे जुड़ी चीजों को प्रिंट करवाकर देता है। बुकलेट के लिए अभी क्0 तक इंतजारअगर आप भी पासपोर्ट क्यू में हैं और आपको पासपोर्ट नहीं मिला है, तो अधिक परेशान न हों, दस अगस्त के बाद से हर किसी को पासपोर्ट मिलना शुरू हो जाएगा। जानकारी हो कि जनवरी में भी पासपोर्ट बुकलेट नहीं मिल पाया था। उस समय का कारण इटली में भीषण ठंड बताया गया था। इस बार इंडियन सिक्योरिटी प्रेस और होम मिनिस्ट्री की वजह से लेट हो रही है।