अपने ही नियमों से पलटा पीपीयू, प्री पीएचडी एग्जाम में हंगामा
- एग्जाम शुरू होते ही हिंदी में प्रश्न नहीं देख भड़के स्टूडेंट
- अगले आदेश तक स्थगित की गई प्री पीएचडी की परीक्षा PATNA : पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी में गुरुवार को प्री पीएचडी की परीक्षा में प्रश्न पत्र सिंगल लैंग्वेज में देखते ही परीक्षार्थी भड़क गए। पेपर वन जो कॉमन पेपर था, उसके प्रश्न पत्र केवल अंग्रेजी में प्रकाशित थे, इसका हिंदी वर्जन नहीं होने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। आखिरकार यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से अगले आदेश तक परीक्षा स्थगित करने की घोषणा करनी पड़ी। परीक्षा की नई तिथि की सूचना पीपीयू के वेबसाइट पर प्रकाशित की जाएगी। नोटिफिकेशन में थी बाइलिंगुअल की सूचनापहली बार पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी की प्री पीएचडी एग्जाम के दौरान यह भयंकर भूल उन हजारों परीक्षार्थियों के सामने घटिया मजाक जैसा था जिन्होंने बेहतर करियर के लिए पीएचडी को अपना लक्ष्य बनाया था। परीक्षा से पूर्व ही पीपीयू ने अपने नोटिफिकेशन में यह सूचना दी थी कि पेपर वन बाइलिंगुअल होगा। यानि प्रश्न अंग्रेजी और हिंदी दोनों ही भाषा में प्रकाशित होंगे। लेकिन प्रश्न पत्र सिर्फ अंग्रेजी में होने के कारण हंगामा होने लगा। हंगामा बढ़ता देख पीपीयू ने अगले आदेश तक परीक्षा स्थगित करने की सूचना एग्जाम सेंटर पर दी।
प्रश्न पत्र किसी ने देखा ही नहींहायर एजुकेशन में क्षेत्र में यह एक बड़ी लापरवाही रही। इस मामले पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने एग्जाम कंट्रोलर प्रो। प्रवीण कुमार से बातचीत की। इसमें उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्र सील होता है और यह सीधे एग्जाम सेंटर पर ही खोला जाता है। इससे पूर्व इसे विश्वविद्यालय स्तर पर कोई नहीं देखता है। उन्होंने बताया कि चूंकि यह प्रतियोगिता परीक्षा ही था इसलिए इसमें फिलहाल मॉडरेशन बोर्ड जैसी व्यवस्था ही नहीं है। यदि ऐसा रहा होता तो इस भयंकर भूल को सुधारा जा सकता था।
प्रश्न पत्र जलाए, वीसी के खिलाफ लगे नारे यूं तो यह मामला पीएचडी के परीक्षार्थियों का था, लेकिन इस मौके पर परीक्षार्थियों से एक छात्र संगठन के द्वारा परीक्षा के प्रश्न पत्र को छात्रों से लेकर जलाया गया और वीसी के खिलाफ नारे भी लगाए गए। संगठन की ओर से इसे बिहारी छात्र का अपमान बताते हुए हंगामे को जमकर हवा दी गई। जब मौके पर पीपीयू के पदाधिकारी ने हंगामा कर रहे छात्रों को समझाने का प्रयास किया तो उन्हें भी अनसुना किया गया। इसके बाद परीक्षा अगले आदेश तक रद कर दिया गया। एक घंटे तक सेंटरों पर हंगामाप्रश्न पत्र हिंदी भाषा में प्रकाशित नहीं होने की त्रुटि की सूचना मिलते ही परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया। दोनों एग्जाम सेंटरों - जेडी वीमेंस कॉलेज और गंगा देवी महिला कॉलेज में करीब एक घंटे तक हंगामा होता रहा। परीक्षा रद होने के बाद सभी शांत हुए। एआईएसएफ सहित अन्य संगठनों ने प्रदर्शन किया।
--- पीएचडी टेस्ट - एक नजर में - शामिल परीक्षार्थियों की संख्या - 2075 - परीक्षा केन्द्र - 02 - परीक्षा में शामिल पेपर - 02 - पेपर वन - ऑब्जेक्टिव (कॉमन टू ऑल) - पेपर टू - सब्जेक्टिव - परीक्षा दो सीटिंग में थी। - कुल विषय -19 - हंगामे की वजह - पेपर वन के प्रश्न केवल अंग्रेजी में। ------------ प्री पीएचडी की परीक्षा का प्रश्न पत्र बाइलिंगुअल होना चाहिए था, लेकिन यह केवल अंग्रेजी में ही था। परीक्षा तत्काल रोक दी गई और आगे इस त्रुटि को दूर कर पुन: परीक्षा ली जाएगी। - प्रो जीके चौधरी, प्रो वीसी पीपीयू --------- यह भयंकर भूल हुई है। लेकिन इसकी जानकारी परीक्षा शुरू होने पर मिली। सभी को सूचना दी गई है कि फिलहाल यह रद किया जाता है और परीक्षा की नई तिथि की सूचना दी जाएगी। - प्रो। प्रवीण कुमार, एग्जाम कंटोलर पीपीयू --------