विदेशी बैंको में ब्‍लैकमनी रखने के आरोपी राजनीतिक दलों को भी फंडिंग करते रहे हैं. जी हां इस बात का खुलासा तब हुआ जब केंद्र सरकार ने ब्‍लैकमनी वालों के नाम बताना शुरू किया. अभी तक सरकार ने तीन लोगों के नाम बताये हैं उनमें से दो लोगों ने बीजेपी और कांग्रेस दोनो को चंदा दिया है.

एडीआर ने किया खुलासा
गौरतलब हो कि सरकार ने सोमवार को तीन नामों का खुलासा किया है. इनमें डाबर ग्रुप के एक प्रवर्तक प्रदीप वर्मन, राजकोट स्थित सर्राफा व्यापारी पंकज लोढि़या और गोवा की खनन कारोबारी टिंबलो प्राइवेट लिमिटेड हैं. विदेशों में ब्लैकमनी रखने वाली गोवा की खनन कारोबारी राधा एस टिंबलो और उनकी कंपनी सत्ताधारी पार्टियों को चंदा देती रही है. एक गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने यह दावा किया है राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने वाली बात का खुलासा किया है. आपको बताते चलें कि यह संस्था चुनाव लड़ने वाली राजनीतिक पार्टियों और नेताओं पर निगरानी रखने के लिये जानी जाती है.
बीजेपी को 9 और कांग्रेस को 3 बार दिया चंदा
एडीआर ने सोमवार को 2004-05 से 2011-12 के चंदे का आंकड़ा जारी किया है, इसमें टिंबलो प्राइवेट लिमिटेड ने बीजेपी को 9 बार और कांग्रेस को 3 बार चंदा दिया था. एडीआर के अनुसार, ब्लैकमनी रखने की एक और आरोपी और उसकी कंपनी ने इन राजनीतिक पार्टियों को चंदा दिया है. आंकड़ों के मुताबिक, 2004 से 2011 के बीच 7 सालों में टिंबलो ने बीजेपी को 9 बार में कुल 1 करोड़ 18 लाख रुपये का चंदा दिया. वहीं कांग्रेस को भी 65 लाख रुपये दिये हैं.
बैंक चेक और राशि का पूरा विवरण
संगठन ने गुजरात में राजकोट के सर्राफा व्यवसायी पंकज लोढि़या द्वारा बीजेपी को 51,000 रुपये का चंदा दिये जाने का भी दावा किया है. संस्था ने इस मौके पर बीजेपी और कांग्रेस को दी गई बैंक चेक का पूरा विवरण और चंदा राशि का खुलासा किया है. एडीआर ने अभी तक बताये गये ब्लैकमनी आरोपियों की चंदा राशि का विवरण प्रस्तुत कर दिया है.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari