Chandrayaan 3 Landing On Moon : चंद्रयान-3 के चांद पर लैंड करने में अब कुछ ही घंटे बचे हैं। चंद्रयान-3 के शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर कदम रखने की उम्मीद है। इस मिशन की सक्सेज के लिए इसमें काफी बड़े चेंज किए गए हैं। आइए साॅफ्ट लैंडिंग से पहले जानें चंद्रयान-3 से जुड़ी खास जरूरी बातें...

बेंगलुरु (एएनआई)। Chandrayaan 3 Landing On Moon : भारत चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के जरिए इतिहास रचने जा रहा है। चंद्रयान-3 की आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर की साॅफ्ट लैंडिंग होनी है। पूरी दुनिया इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रही है। वहीं पूरे देश में चंद्रयान-3 की सुरक्षित लैंडिंग को लेकर पूजा-अर्चना व प्रार्थनाएं की जा रही है। इस बीच, चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग पर अपने नवीनतम अपडेट में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि मिशन तय समय पर है और सिस्टम की लगातार जांच की जा रही है।


80 प्रतिशत बदलाव किए गए
इसरो के पूर्व वैज्ञानिक वाईएस राजन ने बताया कि चंद्रयान-3 में लगभग 80 प्रतिशत बदलाव किए गए हैं। इसमें तमाम नई चीजें शामिल की गई हैं। लास्ट एडिशन लैंडिंग हाइट मापने के लिए फुली अल्टीमीटर पर निर्भर था, नए एडिशन में डॉपलर वेग मीटर को जोड़ा गया है।


आवश्यक ईंधन भी बढ़ाया गया
वहीं प्रसिद्ध पूर्व इसरो वैज्ञानिक और पद्म श्री पुरस्कार प्राप्तकर्ता मायलस्वामी अन्नादुराई ने आगामी चंद्रयान -3 मिशन में महत्वपूर्ण उन्नयन का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि चंद्रयान 2 की तुलना में आवश्यक ईंधन को भी बढ़ाया गया है। बिजली स्रोत को भी बढ़ाया गया है।


महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशनों में से एक
इससे पहले प्लैनेटरी सोसाइटी ऑफ इंडिया के निदेशक रघुनंदन ने इस मिशन का महत्व बताया और बताया कि चंद्रयान-3 चंद्रमा पर कैसे उतरेगा। उन्होंने चंद्र लैंडिंग प्रयासों की दुर्लभता पर जोर देते हुए कहा कि भारत ने अपने सबसे महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशनों में से एक शुरू कर दिया है।


यहां देखें लैंडिंग का सीधा प्रसारण
चंद्रयान-3 की लैंडिंग ऑपरेशन का सीधा प्रसारण बुधवार शाम 5:20 बजे से शुरू होगा। लैंडिंग की लाइव गतिविधियां इसरो वेबसाइट, इसके यूट्यूब चैनल, फेसबुक और सार्वजनिक प्रसारक डीडी नेशनल टीवी पर 23 अगस्त, 2023 को शाम 5:27 बजे से उपलब्ध होंगी।


भारत दुनिया का एकमात्र देश होगा
भारत तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के बाद एक बड़ा मुकाम हासिल करेगा। संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश होगा। वहीं चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत दुनिया का एकमात्र देश होगा।

Posted By: Shweta Mishra